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छात्र-छात्राएं बढ़ायें माता, पिता और गुरु का सम्मान : सतीश महाना

 

लखनऊ, 08 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बुधवार को यहां कहा कि लोगों का जिस तरह का चरित्र होता है उसी तरह की जीवन की राह भी बनती चली जाती है। ऐसा कुछ करें जिससे समाज में आपकी अलग पहचान बनें तथा माता पिता और गुरू का सम्मान बढें।

उन्होंने कहा कि शिक्षा पूरी होने के पहले तक छात्र-छात्राएं अपनी सीमाओं में बंधे हुए थे, लेकिन उपाधि मिलने के बाद यह सीमाएं आज खत्म हो रही हैं। इसलिए अब आप अपने भविष्य का निर्माण स्वयं करने का काम करें।

विधानसभा अध्यक्ष आज राजधानी लखनऊ स्थित इंटीग्रिल यूनीवर्सिटी में आयोजित 15वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने छात्र छात्राओं से कहा कि जो भी कार्य करें वह पूर्व नियोजित हो, तभी सफलता मिलेगी। यह भी कहा कि अब तक आपके माता पिता और गुरू ने आप सबको देने का ही काम किया है लिया कुछ भी नहीं, लेकिन अब वह समय आया है जब आपको उन्हें कुछ देना है। नए सफर में कई लोग मिलेंगे लेकिन, अपनी मंजिल पर चलते रहना है।

उन्होंने कहा कि आज बहुत महत्वपूर्ण अवसर है। आप अपने भविष्य के आर्किटेक्ट बनें। इससे पहले आप सभी ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण समय विश्वविद्यालय में बिताये हैं, हमें वह करना है, जो हम अपने उद्देश्य के लिए करना चाहते हैं। आप वैसा व्यवहार करें जैसा जनता आपसे चाहती है। आपने अपने जीवन के लिए क्या प्लान किए हैं उस रूप अपना आचरण एवं व्यवहार बनाएं। आप अपनी दिनचर्या को ठीक करते हुए दूसरे दिन का प्लान बनाएं समय बाध्यता के साथ उसे पर अमल करें तो आपको सफल होने से कोई भी ताकत रोक नहीं सकती है। ऊर्जा के साथ कार्य करें। एक कविता कही गई है, ‘कोई चला पद चिह्नों पर कोई पद चिह्न बनाता है, बस वही सूरमा वीर पुरुष दुनिया में पूजा जाता है।’

श्री महाना ने कहा कि कुछ सीखने के लिए अच्छा श्रोता बनना आवश्यक होता है। जो अच्छा श्रोता होगा वही अच्छा वक्ता भी बन सकता है। विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जो शिक्षा अब तक हासिल की है उसे क्रियान्वित करने का भी काम करें। साथ ही आचार व्यवहार का भी पूरा ख्याल रखें, तभी समाज में सम्मान मिलेगा। उन्होंने छात्र छात्राओं को उदाहरण देते हुए कहा कि मोबाइल फोन में ‘सेल्फी’ खराब आने पर उसे डिलीट किया जा सकता है लेकिन चरित्र में दाग लगने पर उसे डिलीट नहीं किया जा सकता है। समाज से कुछ लेने का नहीं बल्कि उसे देने का काम करें।

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि एवं ससंदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि तरक्की कीजिए पर अपने संस्कारों को न छोड़िए। इसके साथ ही अहंकार न होने पर अहंकार कीजिए।

श्री खन्ना ने कहा कि जो मेडिकल डिग्री लेकर समाज सेवा में उतर रहे हैं, उनको अपनी शालीनता और नम्रता का विशेष ध्यान रखना होगा। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि एवं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने ऑनलाइन सम्बोधित करते हुए सभी छात्र-छात्राओं और अध्यापक अध्यापिकाओं को अपनी शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर यूनीवर्सिटी के संस्थापक एवं चांसलर वसीम अख्तर, रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद हैरिस सिद्दीकी तथा वाइस चांसलर जावेद मुसर्रत ने भी सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि सतीश महाना एवं अन्य सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम को पद्मश्री प्रो. महेश वर्मा ने भी सम्बोधित किया।