गाजा में इजरायली हमले के खिलाफ मुस्लिम देश एकजुट हो रहे हैं. गाजा के मुद्दे पर सऊदी अरब के रियाद में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉरपोरेशन की बैठक होने जा रही है और इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए ईरान के राष्ट्रपति भी सऊदी अरब जाएंगे. हाल तक ईरान और सऊदी अरब के रिश्तों में खटास थी, लेकिन चीन के हस्तक्षेप के बाद सऊदी अरब और ईरान के रिश्तों में सुधार हुआ है।
OIC की बैठक अहम
मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति इब्राहिम रेसी शनिवार को रियाद के लिए उड़ान भरेंगे. ओआईसी की बैठक में गाजा संकट पर चर्चा होगी. ओआईसी की इस बैठक को लेकर ईरान कितना गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ईरान ने अपने विशेषज्ञों की एक टीम रियाद भेजी है जो सम्मेलन के दौरान जारी प्रस्तावों का विश्लेषण करेगी. सऊदी अरब में ईरान के राजदूत अलीरेज़ा इनायती ने ओआईसी की इस बैठक को खास बताया और कहा कि यह बैठक विभिन्न इस्लामिक देशों द्वारा सुझाए गए प्रस्तावों पर आधारित होगी.
इस्लामिक देशों ने गाजा में तुरंत लड़ाई बंद करने की मांग की है
इस्लामिक देशों की मांग है कि गाजा पट्टी में जारी संघर्ष तुरंत रुकना चाहिए और इजराइल को युद्ध बंद करना चाहिए. हालाँकि, इज़रायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक हमास बंधकों को रिहा नहीं करता, तब तक कोई युद्धविराम नहीं होगा। गाजा में जारी संघर्ष में अब तक 12,500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. गाजा पट्टी में चल रहे संघर्ष पर अब इस्लामिक देश एकजुट हो रहे हैं. हाल ही में ईरान के राष्ट्रपति ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन से भी मुलाकात की थी. इसके साथ ही ईरान के विदेश मंत्री ने ब्रिक्स देशों को पत्र लिखकर गाजा मुद्दे पर हस्तक्षेप करने और तत्काल युद्धविराम की अपील करने को भी कहा. वहीं, ईरान ने इजराइल की जिम्मेदारी तय करने की भी मांग की.