गणेश चतुर्थी आने में बस कुछ ही समय बाकी है। त्योहारी सीजन में लोग अच्छे-अच्छे पकवान बनाते हैं. गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा त्योहार है, इसलिए वहां पारंपरिक भोजन खाना महत्वपूर्ण है। आपने पूरनपोली का नाम तो सुना ही होगा। पूरनपोली न केवल महाराष्ट्र का पारंपरिक व्यंजन है बल्कि बहुत फायदेमंद भी है। इसे खाने से शरीर का हीमोग्लोबिन बढ़ता है। पूरनपोली आपके पाचन के लिए भी फायदेमंद है। इस गणेश चतुर्थी आप भी ट्राई करें पूरनपोली, यहां जानें इसे बनाने की विधि.
पूरनपोली बनाने की सामग्री
- भीगी हुई चने की दाल
- गुड़ – 1 कप
- इलायची – आधा चम्मच
- गेहूं का आटा – 2 कप
- आटा – 1 कप
- नमक – स्वादानुसार
- घी – आवश्यकतानुसार
- जायफल – 1 चुटकी
पूरनपोली बनाने की विधि
– सबसे पहले भीगी हुई चने की दाल को 1 चम्मच घी और हल्दी के साथ कुकर में 2-3 सीटी आने तक पकाएं. – इसके बाद इसे एक बर्तन में पानी से अलग करके निकाल लें. अब इन उबली हुई दाल को हल्के हाथों से मैश कर लीजिए. – इसके बाद एक पैन में गुड़ और इलायची पाउडर डालें और इसे 5 मिनट तक पकने दें जब तक कि गुड़ पिघल न जाए. – इसके बाद इसमें मैश की हुई दाल डालें और अच्छी तरह मिला लें. इसे तब तक हिलाते रहें जब तक एक मुलायम बनावट वाला पेस्ट तैयार न हो जाए। जब यह पेस्ट बन जाए तो इसे ठंडा होने के लिए रख दें।
पूरनपोली बनाने के लिये आटा तैयार कर लीजिये
– इसके बाद अब आटा तैयार कर लीजिए. इस आटे को तैयार करने के लिए आपको आटा, मैदा, नमक और थोड़ा सा घी और पानी की आवश्यकता होगी. इन सभी चीजों की मदद से इसे उसी तरह तैयार कर लीजिए जैसे सामान्य आटा गूंथते हैं. इस आटे को गूंथने के बाद ऊपर से थोड़ा सा घी लगाकर इस आटे को गीले कपड़े से ढककर 20 मिनिट के लिए छोड़ दीजिए.
पूरनपोली को परोसने के लिए ऊपर से 1 बड़ा चम्मच देसी घी डालें
– इसके बाद पैन को गर्म होने के लिए रख दें, जैसे हम घर पर परांठे या रोटी बनाते हैं, उसी तरह आपको पूरनपोली भी बनानी है. – तैयार आटे की लोई बनाकर बेल लें, फिर उसमें मसूर की दाल भरकर दोबारा बेल लें. – इसके बाद इसे घी की सहायता से तवे पर दोनों तरफ से फूलने दें. – फिर अंत में पूरनपोली को सर्व करने के लिए ऊपर से 1 चम्मच देसी घी डालें और सर्व करें.