दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत को लिखे गए पत्र ने राजनीति में हलचल मचा दी है। इस पत्र पर दिल्ली कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने केजरीवाल पर सीधे-सीधे हमले किए हैं।
देवेंद्र यादव: “आप को खुद पर भी नजर डालनी चाहिए”
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने केजरीवाल के पत्र के मुद्दों को आंशिक रूप से सही ठहराया लेकिन उन्होंने आप सरकार की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाए।
- आरोप: यादव ने कहा कि आप सरकार झूठे वादे और गारंटी देकर जनता को धोखा दे रही है।
- विभाजनकारी राजनीति पर सवाल: उन्होंने कहा कि देश में धर्म, क्षेत्र और जाति के नाम पर राजनीति की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
- सरकारी सुविधाओं पर पलटवार: यादव ने आप नेताओं की जीवनशैली पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि जो लोग पहले तीन कमरों में रहने और गाड़ी व सुरक्षा से इनकार करते थे, वे अब बड़ी गाड़ियां और अधिक सुरक्षा सुविधाएं इकट्ठा कर रहे हैं।
संदीप दीक्षित का पलटवार: “आरएसएस से संवाद क्यों?”
कांग्रेस नेता और नई दिल्ली से उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने केजरीवाल के पत्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह पत्र आरएसएस से उनके करीबी रिश्तों को उजागर करता है।
- आरएसएस पर निशाना: उन्होंने पूछा, “आरएसएस को पत्र क्यों लिखा गया? क्या केजरीवाल का आरएसएस से सीधा संबंध है? पत्र तो विपक्ष में मौजूद कांग्रेस या भाजपा को लिखा जाना चाहिए था।”
- आरएसएस के साथ संबंधों का आरोप: दीक्षित ने कहा, “आप ने खुद माना है कि आपके पिता का आरएसएस से संबंध था। इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन के समय भी आप और आरएसएस के बीच सीधी दोस्ती थी। केजरीवाल बार-बार अपनी असलियत सामने लाते हैं।”
- आरएसएस एजेंट होने का आरोप: दीक्षित ने दावा किया कि केजरीवाल असल में आरएसएस के एजेंट हैं और अंततः उन्हीं की विचारधारा की ओर लौटते हैं।
कांग्रेस ने किया आप की विचारधारा पर हमला
संदीप दीक्षित ने कहा कि जो आरएसएस की विचारधारा को राष्ट्रविरोधी कहते हैं, वे उन्हीं से सवाल पूछ रहे हैं।
- “संघी बनने का आरोप”: उन्होंने कहा, “जो संघी है, वह हमेशा संघी रहता है। आरएसएस को लिखे पत्र से साफ है कि भाजपा के बाद अगर कोई संघी पार्टी है, तो वह आम आदमी पार्टी है।”
- आप पर दोहरे मापदंड का आरोप: दीक्षित ने कहा कि आप खुद को जनता के पक्षधर बताते हैं लेकिन उनकी राजनीति और विचारधारा संघी मानसिकता से प्रेरित है।
कांग्रेस का आप पर व्यापक हमला
कांग्रेस नेताओं ने आप पर दोहरे मापदंड अपनाने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।
- वादे और हकीकत में अंतर: देवेंद्र यादव ने कहा कि आप सरकार अपने किए वादों को पूरा करने में विफल रही है।
- सुविधाओं का लोभ: आप नेताओं की जीवनशैली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि पहले सादगी का दावा करने वाले नेता अब तमाम सुविधाएं जुटा रहे हैं।
केजरीवाल का पत्र और आगामी चुनाव
दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले केजरीवाल का यह पत्र सियासी जंग का केंद्र बन गया है। कांग्रेस और भाजपा, दोनों ने इसे आप की राजनीतिक मंशा पर सवाल उठाने का मौका बना लिया है।
आम आदमी पार्टी को जहां एक तरफ आरएसएस से दूरी बनाने के दावे करने पड़ रहे हैं, वहीं कांग्रेस और भाजपा के आरोप चुनावी समीकरणों को और दिलचस्प बना रहे हैं।