असम में 22,000 करोड़ रुपये के ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। इसी क्रम में, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने इस मामले में 18 आरोपियों के खिलाफ पांच अलग-अलग आरोपपत्र दायर किए हैं। यह घोटाला ऑनलाइन शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर लोगों से पैसे हड़पने का है।
16 लोगों और 2 कंपनियों पर शिकंजा
CBI की गुवाहाटी इकाई ने 16 लोगों और दो कंपनियों – अपपिथेट्स होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (UHPL) और ब्रह्मपुत्र संचय एंड बिनियोग कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (BSBCSL) के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए हैं।
आरोप:
- UHPL के निदेशक हेमेंद्र रवा और मैनेजर शंकर साहा पर आरोप है कि उन्होंने अवैध जमा योजना के तहत निवेशकों से धनराशि इकट्ठा की।
- झूठे वादे कर निवेशकों को छह प्रतिशत या उससे अधिक मासिक रिटर्न का लालच दिया गया।
- नोटरीकृत स्टांप पेपर जैसे भ्रामक दस्तावेजों का उपयोग करके लोगों को फंसाया और जमा राशि का निजी लाभ के लिए दुरुपयोग किया।
BSBCSL के अधिकारियों पर आरोप
ब्रह्मपुत्र संचय एंड बिनियोग कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (BSBCSL) के खिलाफ आरोपपत्र में शामिल नाम:
- तत्कालीन अध्यक्ष जितेन डेका
- तत्कालीन अध्यक्ष हिमांग्शु तालुकदार
- शाखा प्रबंधक इंद्राणी दास
- सचिव संजीब डेका
अनियमित जमा योजना:
- समूह द्वारा “गृहलक्ष्मी योजना” के नाम पर बोनस और 15 प्रतिशत वार्षिक ब्याज का झूठा वादा किया गया।
- वास्तविकता में यह योजना निवेशकों को ठगने के लिए चलाई जा रही थी।
तीसरा आरोपपत्र: चार निजी व्यक्तियों पर आरोप
CBI ने तीसरे आरोपपत्र में चार निजी व्यक्तियों के नाम शामिल किए हैं:
- मैनाओ ब्रह्मा
- दीपांकर भट्ट
- ज्योतिष्मान शर्मा
- सुमित बर्मन
आरोप:
- इन लोगों ने आम जनता को धोखा देने के इरादे से अनियमित जमा योजनाएं चलाईं।
- जमा राशि का इस्तेमाल व्यक्तिगत खर्च, भूमि खरीदने, इमारत निर्माण, और वाहन खरीदने के लिए किया गया।
गो मिलियन्स एलएलपी के खिलाफ चौथा आरोपपत्र
CBI ने चौथा आरोपपत्र ऋषिराज गोगोई और जॉय मोदक के खिलाफ दायर किया है।
घोटाले का तरीका:
- इन आरोपियों ने “गो मिलियन्स एलएलपी” नामक कंपनी के जरिए स्टॉक ट्रेडिंग का फर्जी कारोबार चलाया।
- UPI और बैंक खातों के माध्यम से लोगों से पैसे लिए गए, लेकिन जमा राशि को किसी भी वैध योजना में निवेश नहीं किया गया।
- दोनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
टाइटन कैपिटल मार्केट के नाम पर घोटाला
CBI ने पांचवां आरोपपत्र चार अन्य आरोपियों के खिलाफ दायर किया:
- शंकर कुमार बिस्वास
- रोफिकुल इस्लाम
- दिनेश चौधरी
- निरंजन कुमार मालाकार
घोटाले की साजिश:
- इन आरोपियों ने “टाइटन कैपिटल मार्केट” के नाम पर निवेशकों से धनराशि एकत्र की।
- UPI, नकद, और चेक के माध्यम से धन लिया गया, लेकिन इसे किसी भी वैध योजना में नहीं लगाया गया।