हमारे शरीर को कई तरह के विटामिन की जरूरत होती है. उनमें से एक है विटामिन बी12, जो तंत्रिका तंत्र, रक्त निर्माण और डीएनए संश्लेषण के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से अक्सर डिप्रेशन, कम ऊर्जा, हाथ-पैरों में जलन, डायरिया जैसी समस्याएं हो जाती हैं।
इस कमी की भरपाई के लिए लोग इंजेक्शन, सप्लीमेंट आदि लेना शुरू कर देते हैं। कई बार हम विटामिन बी12 इतना ज्यादा ले लेते हैं कि रिपोर्ट में इसकी मात्रा बहुत ज्यादा आ जाती है। कुछ लोग सवाल करते हैं कि क्या विटामिन बी12 का बढ़ा हुआ स्तर शरीर में विषाक्तता का कारण बनता है। आइए इस सवाल का जवाब स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रियंका सहरावत से जानें।
अगर शरीर में विटामिन बी12 बढ़ जाए तो क्या होता है?
डॉ। प्रियंका सहरावत का कहना है कि विटामिन बी12 के बढ़े हुए स्तर से सिरदर्द, उल्टी, मतली जैसी शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन विटामिन बी12 की अधिक मात्रा शरीर में विषाक्तता पैदा नहीं करती है, क्योंकि यह पानी में घुलनशील विटामिन है, यानी यह शरीर में वसा के रूप में जमा नहीं होता है। यदि विटामिन बी12 की मात्रा अधिक है, तो यह गुर्दे द्वारा मूत्र के माध्यम से उत्सर्जित होता है। यह आमतौर पर 2 से 4 सप्ताह के भीतर गायब हो जाता है।
विटामिन बी 12
यदि आपने अपनी दवा बंद कर दी है और अभी भी कुछ लक्षण हैं, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। इसके साथ विटामिन बी12 से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही, डेयरी उत्पाद का सेवन नहीं करना चाहिए।