UPI transaction limit: आज से नवंबर का महीना शुरू हो गया है। इस महीने की शुरुआत से ऑनलाइन पेमेंट करना बेहद आसान हो गया है। दरअसल, अक्टूबर 2024 में हुई RBI MPC की बैठक में UPI Lite के नियमों को लेकर कुछ फैसले लिए गए। नवंबर से UPI Lite से जुड़े दो नए नियम लागू हो गए हैं।
लेन-देन की सीमा बढ़ाई गई
भारतीय रिजर्व बैंक ने UPI लाइट ट्रांजैक्शन की लिमिट बढ़ा दी है। इससे पहले UPI लाइट यूजर सिर्फ 500 रुपये तक का ही ट्रांजैक्शन कर सकते थे। इसके अलावा वॉलेट में सिर्फ 2,000 रुपये का बैलेंस रख सकते हैं। RBI के नियम के मुताबिक UPI लिमिट में रोजाना खर्च की सीमा 4,000 रुपये है।
अब RBI ने UPI लाइट में ट्रांजैक्शन की सीमा 500 रुपये बढ़ा दी है। इसका मतलब है कि एक बार में 1,000 रुपये का ट्रांजैक्शन किया जा सकेगा। इसके अलावा UPI लाइट वॉलेट बैलेंस को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दिया गया है।
UPI लाइट में नया फीचर
अब UPI Lite में बैलेंस ऐड करने का झंझट खत्म हो गया है। जी हां, उम्मीद है कि यह नियम आज यानी 1 नवंबर से शुरू हो गया है, UPI Lite में ऑटो टॉप-अप फीचर शुरू हो गया है। अगर UPI Lite वॉलेट में बैलेंस खत्म हो जाता है तो उसे दोबारा मैनुअली ऐड करना पड़ता है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) का लक्ष्य नए ऑटो-टॉप-अप फीचर के जरिए पेमेंट सिस्टम को आसान बनाना है। NPCI ने 27 अगस्त 2024 को एक नोटिफिकेशन जारी कर UPI लाइट के इस फीचर की जानकारी दी थी।
यह सुविधा कैसे काम करेगी?
अगर UPI Lite का बैलेंस एक लिमिट से नीचे चला जाता है तो इस फीचर के ज़रिए बैलेंस अपने आप जुड़ जाएगा। रिचार्ज की रकम और बैलेंस लिमिट यूजर खुद तय करेगा। इस फीचर में एक दिन में सिर्फ़ पांच बार ही टॉप-अप होगा।
एनपीसीआई के नोटिफिकेशन के मुताबिक यूपीआई लाइट की इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए यूजर को 31 अक्टूबर 2024 तक यूपीआई लाइट ऐप पर इस सुविधा को इनेबल करना होगा।
यूपीआई लाइट क्या है?
सभी UPI आधारित पेमेंट ऐप जैसे कि Google Pay, PhonePe, Paytm आदि UPI Lite की सुविधा देते हैं। UPI Lite एक तरह का डिजिटल वॉलेट है। इस वॉलेट के ज़रिए बिना पिन या पासवर्ड के ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। हालाँकि, इसके ज़रिए सिर्फ़ छोटे-मोटे ट्रांजेक्शन ही किए जा सकते हैं।