पब्लिक प्रोविडेंट फंड, या सार्वजनिक भविष्य निधि या पीपीएफ- यह नाम हर नौकरीपेशा व्यक्ति ने कभी न कभी जरूर सुना होगा और कई लोगों ने इस योजना के तहत खाता भी खुलवाया होगा। सुरक्षित भविष्य के लिए बचत करने और टैक्स-फ्री ब्याज कमाने का मौका देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही छोटी बचत योजनाओं में पीपीएफ सबसे लोकप्रिय योजना है और अगर अनुशासित तरीके से निवेश किया जाए तो यह रिटायरमेंट पर आपको निश्चित तौर पर करोड़पति बना सकती है। एनडीटीवी के पाठकों/यूजर्स को पहले ही बताया जा चुका है कि पीपीएफ खाते की मदद से 35 साल में ₹2.27 करोड़ जुटाए जा सकते हैं और पीपीएफ खाता किसी भी निवेशक को 25 साल में करोड़पति बना देता है, लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि पीपीएफ खाते से आप रिटायरमेंट के बाद ₹60989 प्रति महीने की नियमित पेंशन भी पा सकते हैं। तो पढ़ते रहिए और जानिए कैसे…
ईईई श्रेणी योजना पीपीएफ पर कोई कर नहीं है।
सबसे पहले पीपीएफ के बारे में महत्वपूर्ण और फायदेमंद बातें जान लेना अच्छा रहेगा, तो सबसे पहले याद रखें कि पीपीएफ खाते में हर साल जमा की गई राशि आयकर से मुक्त होती है, इस खाते में आपको हर साल मिलने वाला ब्याज भी कर योग्य नहीं होता है, और परिपक्वता के समय प्राप्त पूरी राशि भी आयकर के अधीन नहीं होती है।
पीपीएफ खाता कहां और कैसे खोलें…?
कोई भी भारतीय किसी भी डाकघर या किसी भी बैंक की शाखा में जाकर अत्यंत लोकप्रिय बचत योजना पीपीएफ में खाता खोल सकता है, जिसमें खाताधारक को प्रत्येक वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) के दौरान न्यूनतम ₹500 और अधिकतम ₹1,50,000 जमा करना होता है।
पीपीएफ खाता आपको 25 साल में कैसे करोड़पति बना देगा…
अब आपको बताते हैं कि रिटायरमेंट पर करीब ₹61000 प्रति माह पेंशन का इंतजाम कैसे करें। अगर आपकी उम्र 35 साल है, और आप इस वित्त वर्ष की शुरुआत में पीपीएफ अकाउंट खुलवाते हैं और ₹1,50,000 जमा करते हैं, तो अगले साल 31 मार्च को आपके पीपीएफ अकाउंट में ब्याज के तौर पर ₹10,650 जुड़ जाएंगे, क्योंकि इस समय केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पीपीएफ में निवेश की गई रकम पर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज दे रही है। इस ब्याज की वजह से अगले वित्त वर्ष के पहले ही दिन यानी 1 अप्रैल 2025 को आपके पीपीएफ अकाउंट में ₹1,60,650 का बैलेंस दिखाई देगा, जो नए वित्त वर्ष में 5 अप्रैल से पहले ₹1,50,000 जमा करने पर ₹3,10,650 हो जाएगा। इसके बाद 31 मार्च 2026 को इसी दर से ब्याज ₹22,056 होगा और शेष राशि ₹3,32,706 हो जाएगी। अब आपको यानी PPF निवेशक को हर साल 1 से 5 अप्रैल के बीच अपने PPF खाते में ₹1,50,000 जमा करने होंगे। इस तरह अनुशासित निवेश की मदद से मैच्योरिटी के समय यानी 15 साल बाद आपको अपने PPF खाते में ₹40,68,209 दिखेंगे, जिसमें से ₹18,18,209 ब्याज की रकम होगी और आपका मूल निवेश ₹22,50,000 हो चुका होगा।
अगर आपने 35 साल की उम्र में पीपीएफ अकाउंट खुलवाया है तो इस मैच्योरिटी के वक्त आपकी उम्र 50 साल होगी, लेकिन रिटायरमेंट में अभी 10 साल बाकी हैं। पीपीएफ अकाउंट से जुड़े नियमों के मुताबिक, आप मैच्योरिटी से पहले आवेदन करके अपने पीपीएफ अकाउंट को 5 साल के ब्लॉक में बढ़ा सकते हैं। पांच-पांच साल के एक्सटेंशन का लाभ असीमित बार उठाया जा सकता है। अब 50 साल की उम्र में आप अपना अकाउंट बढ़ाइए, और निवेश का सालाना रूटीन बनाए रखिए। अब आपका पीपीएफ अकाउंट मैच्योरिटी के कगार पर होगा, जब आपकी उम्र 55 साल होगी। उस वक्त पीपीएफ अकाउंट में जमा रकम के तौर पर ₹66,58,288 दिखेंगे, जिसमें ₹36,58,288 ब्याज के तौर पर होंगे, और आपका निवेश ₹30,00,000 होगा।
अब एक बार फिर से PPF अकाउंट को आगे बढ़ाइए, और पहले की तरह हर साल निवेश करते रहिए, क्योंकि करोड़पति बनने और ₹61000 मासिक पेंशन पाने का आपका सफर अब शुरू होने वाला है। इस बार पांच साल बाद जब आपका PPF अकाउंट मैच्योर होगा, तब आपकी उम्र 60 साल होगी, और आपके अकाउंट में कुल रकम एक करोड़ के आंकड़े को पार कर चुकी होगी। उस समय आपके PPF अकाउंट में कुल ₹1,03,08,014 जमा होंगे, जिसमें आपका निवेश ₹37,50,000 हो चुका होगा और सरकार अब तक ब्याज के तौर पर आपके अकाउंट में ₹65,58,015 डाल चुकी है।
पीपीएफ खाते से ₹60989 मासिक पेंशन की व्यवस्था कैसे होगी…?
अब पीपीएफ खाते के एक्सटेंशन से जुड़ा एक और नियम पढ़िए। जब भी आप पीपीएफ खाते को एक्सटेंड करते हैं, तो आपके पास दो विकल्प होते हैं। एक- एक्सटेंशन के बाद निवेश जारी रहेगा। दूसरा- एक्सटेंशन के बाद निवेश नहीं किया जाएगा। अब तक आपने अपने खाते को दो बार एक्सटेंड किया, लेकिन निवेश करना बंद नहीं किया, इसलिए रकम बहुत तेजी से बढ़ती रही। लेकिन अब रिटायरमेंट के बाद निवेश करना आसान और सुविधाजनक नहीं होगा, इसलिए अब समय आ गया है कि बिना नया निवेश किए पेंशन पाएं।
पीपीएफ खाते में कोई नया निवेश किए बिना आपको ₹7,31,869 का ब्याज मिलेगा…
तो अब आप इस साल कोई नया निवेश नहीं करेंगे, बल्कि खाता जारी रखेंगे। तो इस बार जमा राशि भी ₹1,03,08,014 ही रहेगी और साल के अंत में आपको ₹7,31,869 का ब्याज मिलेगा। यहाँ हम यह मानकर चल रहे हैं कि आज जो ब्याज दर है, वही रहेगी।
अब पीपीएफ खाते से पैसे निकालने के बारे में एक और नियम जान लीजिए। जब आप बिना निवेश किए पीपीएफ खाते को आगे बढ़ाने का विकल्प चुनते हैं, तो आपको एक वित्तीय वर्ष में एक बार पैसे निकालने का अधिकार मिलता है। आपको बस इतना करना है कि आप हर साल सिर्फ ब्याज की रकम निकालें, यानी अब आप अपने पीपीएफ खाते से सिर्फ इस साल की ब्याज राशि ₹7,31,869 निकालें, और इसे अपने बचत खाते में जमा कर दें। यह आपकी पेंशन राशि है, अगर आप इसे 12 महीनों में विभाजित करते हैं, तो आप हर महीने ₹60989 खर्च कर सकते हैं।
एक और दिलचस्प तथ्य जो याद रखने लायक है वह यह है कि इस निकासी के बावजूद, PPF खाते में आपकी जमा राशि ₹1,03,08,014 ही रहेगी और अगले साल आप इस पर मिलने वाले ब्याज, ₹7,31,869 को निकाल सकेंगे। इस निकासी में सबसे फायदेमंद जानकारी यह है कि हर साल निकाली जाने वाली ब्याज राशि पूरी तरह से टैक्स फ्री होगी, यानी आपको इस राशि पर कभी भी आयकर नहीं देना होगा।
पीपीएफ खाते के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें याद रखना जरूरी है…
पीपीएफ खाते पर ब्याज दर केंद्र सरकार द्वारा हर तिमाही में तय की जाती है, इसलिए ब्याज दर में वृद्धि या कमी होने पर सेवानिवृत्ति पर मिलने वाली राशि में भी वृद्धि या कमी हो सकती है।
पीपीएफ में निवेशक के लिए सबसे अधिक लाभ यह होगा कि वह अप्रैल के पहले पांच दिनों में निवेश करें, जिससे अधिकतम ब्याज प्राप्त किया जा सके।
याद रखें, इस खबर में बताई गई परिपक्वता राशि पीपीएफ खाते को लगातार 25 साल तक चलाने पर प्राप्त की गई है, इसलिए यदि निवेशक की प्रारंभिक आयु 35 वर्ष से अधिक है, या वह 15 साल की पहली नियमित परिपक्वता के बाद कम से कम दो बार पीपीएफ खाते का विस्तार नहीं करता है, तो परिपक्वता राशि कम हो सकती है।