नई दिल्ली। रिटायरमेंट के बाद पेंशन को आय का बहुत अच्छा जरिया माना जाता है। पेंशन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने इस साल बजट 2024 में एनपीएस वात्सल्य योजना की घोषणा की थी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा था कि एनपीएस वात्सल्य योजना में बच्चों को एक तरह से पेंशन का लाभ मिलेगा। बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज एनपीएस वात्सल्य योजना की शुरुआत करेंगी। आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
एनपीएस वात्सल्य योजना क्या है?
माता-पिता या अभिभावक बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए इस योजना में निवेश कर सकते हैं। इस योजना को इस उद्देश्य से शुरू किया गया है कि जब बच्चे बड़े हो जाएं तो वे आर्थिक रूप से स्थिर हों। इस योजना में निवेश के लिए कोई पात्रता नहीं है, यानी भारत के सभी नागरिक इस योजना में निवेश कर सकते हैं। इस योजना का संचालन पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा किया जाएगा।
एनपीएस वात्सल्य योजना में निवेश सीमा
एनपीएस वात्सल्य योजना में निवेश के लिए कई विकल्प हैं। निवेशक को इन विकल्पों में से एक विकल्प चुनना होता है। इस योजना में सालाना कम से कम 1000 रुपये निवेश करना होता है। हालांकि, इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
समयपूर्व निकासी विकल्प
इस योजना में निवेशक के पास समय से पहले निकासी का विकल्प भी होता है। इसका मतलब है कि योजना से परिपक्वता से पहले ही राशि निकाली जा सकती है। इस योजना में 3 साल का लॉक-इन पीरियड है, जिसका मतलब है कि निवेशक निवेश की तारीख से 3 साल के बाद कोई निकासी नहीं कर सकता है।
बीमारी या शिक्षा के लिए फंड का 25% निकाला जा सकता है। विकलांगता की स्थिति में निवेशक 75% से अधिक राशि निकाल सकता है। बच्चे के 18 वर्ष का होने तक केवल 3 बार आंशिक निकासी की अनुमति है।
यह योजना कब परिपक्व होगी?
यह योजना तब परिपक्व होती है जब बच्चा 18 साल का हो जाता है। अगर फंड में रकम 2.5 लाख रुपये से कम है तो एकमुश्त निकासी की जा सकती है। वहीं, अगर रकम 2.5 लाख रुपये से ज्यादा है तो सिर्फ 20 फीसदी रकम ही निकाली जा सकती है। बाकी रकम से एन्युटी खरीदी जा सकती है। इससे बच्चे को हर महीने एक तय रकम यानी पेंशन का लाभ मिलेगा।
वहीं, बच्चे के 18 साल का होने के बाद भी इस योजना को जारी रखा जा सकता है। अगर बच्चे के 18 साल का होने के बाद भी योजना को जारी रखना है तो आपको इसकी जानकारी पहले ही देनी होगी। इसके बाद एनपीएस वात्सल्य को एनपीएस टियर-1 बना दिया जाएगा। बच्चे के 18 साल का होने के बाद तीन महीने के अंदर दोबारा केवाईसी करानी होगी।