Samsung Layoff: भारतीय बाजार में सैमसंग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी बिक्री में गिरावट आई है और यह दस सालों में अपनी सबसे कमजोर स्थिति में है। अब इसका खामियाजा सैमसंग के कर्मचारियों पर पड़ने वाला है और कंपनी ने कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है। मनीकंट्रोल को सूत्रों से यह जानकारी मिली है। सूत्रों के मुताबिक, छंटनी की मार सेल्स, मार्केटिंग और ऑपरेशन के कर्मचारियों पर पड़ सकती है। एक सूत्र ने तो यहां तक कहा कि भारत में इसके 20 फीसदी तक कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है।
अधिकारियों को भी नौकरी से निकाला जा सकता है
एक सूत्र ने बताया कि सैमसंग के स्मार्टफोन, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और होम अप्लायंसेज कारोबार का ढांचा बदल रहा है। इसके चलते कंपनी के कुछ प्रमुख अधिकारियों की छंटनी भी हो सकती है। कंपनी ने फिलहाल हायरिंग बंद कर दी है और अधिकारियों के खाली पदों को भी नहीं भरा जा रहा है। सूत्र के मुताबिक सैमसंग ऑफ-रोल कर्मचारियों की संख्या भी कम कर सकता है।
यह ऐसे समय में हो रहा है जब चेन्नई में कंपनी के विनिर्माण कारखाने के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं और यह हड़ताल तीसरे दिन भी जारी है। इस हड़ताल के कारण त्यौहारी सीजन से पहले टीवी, रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। सूत्र के अनुसार, सैमसंग के प्रबंधन ने इस स्थिति और पुनर्गठन पर चर्चा करने के लिए भारतीय टीम को दक्षिण कोरिया बुलाया है।
कैसा है कारोबार का हाल
दिसंबर 2022 तिमाही में शियोमी को पछाड़ने के बाद सैमसंग पिछले साल 2023 में एक बार फिर भारत में सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी बनी रही। हालांकि, मार्केट रिसर्च फर्म IDC, काउंटरपॉइंट और कैनालिस के मुताबिक, अप्रैल-जून 2024 तिमाही में वॉल्यूम के मामले में सैमसंग तीसरे स्थान पर खिसक गई है। इस दौरान सैमसंग के स्मार्टफोन शिपमेंट में 15.4 फीसदी की गिरावट आई, जो लगातार तीसरी तिमाही में गिरावट थी और इसका वॉल्यूम मार्केट शेयर घटकर 12.9 फीसदी रह गया। इसके चलते IDC डेटा के मुताबिक, तिमाही आधार पर वैल्यू मार्केट शेयर भी 23 फीसदी से घटकर 16 फीसदी रह गया, जो एक साल पहले 21 फीसदी था।
सैमसंग की समस्या क्या है?
शियोमी और वीवो जैसे ब्रैंड्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा और ऑफलाइन रिटेलर्स के साथ विवाद के साथ-साथ कंपनी से अहम सेल्स और मार्केटिंग अधिकारियों के जाने से सैमसंग की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछली कुछ तिमाहियों में रिटेल, मार्केटिंग और बिजनेस डेवलपमेंट भूमिकाओं में सैमसंग के 30 से ज्यादा सीनियर अधिकारियों ने कंपनी छोड़ दी है और उनमें से कई शियोमी में शामिल हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में कई और अधिकारी कंपनी छोड़ सकते हैं। ऑफलाइन रिटेलर्स के साथ विवाद की वजह ऑनलाइन-ऑफलाइन स्टोर्स पर कीमतों में भारी अंतर, चीनी स्मार्टफोन कंपनियों के मुकाबले कम प्रॉफिट मार्जिन और लोकप्रिय मॉडल्स के स्टॉक की उपलब्धता की अनिश्चितता है।