दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर बिना किसी बाधा के वाहन दौड़ेंगे। एनएचएआई ने ईस्टर्न पेरिफेरल की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। एनएचएआई ने संबंधित फर्म को गुणवत्ता के साथ काम करने को कहा है। वहीं, डासना के पास मेरठ एक्सप्रेसवे की भी मरम्मत की जा रही है।
कुंडली-गाजियाबाद-पलवल तक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे 135 किलोमीटर लंबा है। छह लेन का यह एक्सप्रेसवे बागपत, गाजियाबाद और नोएडा से होकर गुजरता है। यह एक्सप्रेसवे पलवल के पास वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जुड़ रहा है। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता पर कई बार सवाल उठ चुके हैं। एक्सप्रेसवे पर वाहन तेज गति से नहीं चल सकते। तेज गति से चलते ही वाहन उछलने लगते हैं। इससे हादसों का डर बना रहता है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी पिछले दिनों गाजियाबाद में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के मरम्मत कार्य पर सवाल उठाकर नाराजगी जताई थी। इस पर उन्होंने अधिकारियों और संबंधित फर्म के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी। इसके बाद एनएचएआई ने मरम्मत कार्य शुरू कर दिया।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक धीरज सिंह ने बताया कि जल्द ही मरम्मत का काम पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले काम ठीक से न कराने पर संबंधित फर्म को नोटिस भी जारी किया गया है। उन्होंने दावा किया कि मरम्मत का काम पूरा होने के बाद वाहन निर्धारित गति से चल सकेंगे। सोनीपत, बागपत, गाजियाबाद और पलवल क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत की जा रही है।
वहीं, मेरठ एक्सप्रेसवे पर तेज गति से वाहन चलाने पर झटके लगते हैं। इसे देखते हुए एक्सप्रेसवे की मरम्मत की जा रही है। उन सभी जगहों की पहचान की जा रही है, जहां वाहनों को झटके लगते हैं। इसी क्रम में डासना के पास मेरठ एक्सप्रेसवे की मरम्मत की जा रही है।
वाहन पूरी गति से चल सकेंगे
दोनों एक्सप्रेसवे पर मरम्मत का काम पूरा होने के बाद वाहन पूरी रफ्तार से दौड़ सकेंगे। चालक निर्धारित गति से वाहन चला सकेंगे। इसमें वाहन चालकों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। आपको बता दें कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा है। जबकि मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहनों की निर्धारित गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा है।