उत्तराखंड में बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है, इसके तहत राज्य के सभी उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से जोड़ा जाएगा। इस योजना पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।
उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) के माध्यम से उठाए जा रहे इस कदम का उद्देश्य उपभोक्ताओं के लिए बिजली बिल और उनके भुगतान को अधिक लचीला और आसान बनाना है।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर क्यों खास है?
यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने कहा कि यह प्रीपेड मीटर प्रणाली उपभोक्ताओं के लिए अत्यधिक सुविधाजनक होगी, क्योंकि इससे उन्हें अपनी आवश्यकता के अनुसार बिजली का उपयोग और भुगतान करने की स्वतंत्रता मिलेगी।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर के जरिए अब उपभोक्ता मात्र 100 रुपए का रिचार्ज कराकर बिजली का उपयोग कर सकेंगे। यह सुविधा उपभोक्ताओं के लिए काफी सुविधाजनक होगी, क्योंकि वर्तमान में एक निश्चित राशि का बिल जमा कराना अनिवार्य है।
उपभोक्ताओं को मिलेगी ये छूट
भले ही उपभोक्ता ने कम बिजली का उपयोग किया हो। प्रीपेड मीटर लगने के बाद उपभोक्ता अपने बजट और आवश्यकता के अनुसार बिजली का उपयोग कर सकेंगे। इससे उपभोक्ताओं को अनावश्यक बिजली बिलों से राहत मिलेगी। जब उपभोक्ता का रिचार्ज खत्म हो जाएगा तो एक निश्चित समय अवधि के बाद बिजली की आपूर्ति अपने आप बंद हो जाएगी।
हालांकि, उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए यूपीसीएल ने विशेष छूट की घोषणा की है। इसके तहत अगर उपभोक्ता का रिचार्ज खत्म हो जाता है और उस दिन शनिवार या रविवार है तो ऐसे उपभोक्ताओं को दो दिन का बोनस मिलेगा। इस दौरान बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी।
15 मिनट में बिजली बहाल हो जाएगी
रिचार्ज की प्रक्रिया भी बहुत सरल और तेज होगी। जैसे ही उपभोक्ता नया रिचार्ज करेगा, 15 मिनट के अंदर बिजली आपूर्ति अपने आप बहाल हो जाएगी। इसके लिए कनेक्शन जोड़ने या काटने के लिए बिजली विभाग के किसी कर्मचारी को बुलाने की जरूरत नहीं होगी। यह पूरी प्रक्रिया स्वचालित और डिजिटल तरीके से संचालित होगी, जिससे उपभोक्ताओं का समय और संसाधन दोनों की बचत होगी।
बिजली की खपत की निगरानी
स्मार्ट प्रीपेड मीटर की सबसे खास बात यह है कि उपभोक्ता मोबाइल ऐप के जरिए आसानी से अपना बिजली खर्च देख सकेंगे। उपभोक्ता हर दिन, हर घंटे और यहां तक कि हर 15 मिनट में अपना बिजली खर्च देख सकेंगे।
यह सुविधा उन्हें अपनी बिजली खपत पर नज़र रखने और उसका अधिक समझदारी से उपयोग करने में मदद करेगी। इससे उन्हें अपनी बिजली खपत को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।