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AQI: इस देश का शहर बना दुनिया का सबसे प्रदूषित, जानें स्तर

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पड़ोसी देश पाकिस्तान कभी आतंकवाद की जड़ होने का दंभ भरता था और अब उसके प्रदूषण को लेकर दुनिया भर में चर्चा हो रही है। लगातार बढ़ते प्रदूषण से पाकिस्तान के शहरों का हाल बेहाल है. पाकिस्तान का सांस्कृतिक शहर माने जाने वाले लाहौर को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है। लाहौर शहर का प्रदूषण आंकड़ा 394 से ऊपर पहुंच गया है. जो कि बहुत ही बुरा माना जाता है. लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने धुंध के प्रभाव को कम करने के लिए कृत्रिम बारिश की योजना बनाई है.
 
लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है
बता दें कि लगातार पराली जलाने और फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं से वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है। लाहौर में खतरनाक प्रदूषण के कारण यहां के लोगों को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां लोगों को खांसी, सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और त्वचा में संक्रमण जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
 
कृत्रिम बारिश करायी जायेगी
लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पाकिस्तान के पंजाब सूचना मंत्री अजमा बुखारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘लाहौर को कल दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया. हमने इस समस्या के समाधान के लिए कई पहल की हैं और अब हम शहर में कृत्रिम बारिश की योजना बना रहे हैं।
एक विशेष टीम का गठन किया गया
पाकिस्तान की मरियम नवाज की पंजाब सरकार ने एक एंटी-स्मॉग टीम भी बनाई है, जो प्रभावित इलाकों का दौरा करेगी. ये टीमें किसानों को पराली जलाने के खतरों के बारे में जागरूक करेंगी। इसके अलावा, हम सुपर सीडर के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता पैदा करेंगे और फसल के भूसे के निपटान के वैकल्पिक तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।
पाकिस्तान के मंत्री ने किसानों से की अपील
प्रदूषण को लेकर पंजाब की पर्यावरण मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा, ‘स्मॉग से निपटने के लिए किए गए उपायों का सकारात्मक असर आठ से 10 साल में दिखाई देगा। सूबे में पर्यावरण संरक्षण को पाठ्यक्रम में एक विषय के रूप में शामिल किया गया है. इसके अलावा उन्होंने किसानों से पराली जलाने से बचने की अपील की. उन्होंने कहा कि ऐसा करने से न केवल फसलों को नुकसान होता है बल्कि उनके बच्चों के कल्याण पर भी असर पड़ता है.
 
AQI 395 तक पहुंच गया
गौरतलब है कि दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर लाहौर में AQI का स्तर 395 तक पहुंच गया है. AQI हवा में विभिन्न प्रदूषकों की सांद्रता का माप है। शून्य और 50 के बीच एक AQI ‘अच्छा’ है, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’ है, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’ है, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ है 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।