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संस्कृति मंत्रालय द्वारा गठित समिति में लखनऊ विवि के कुलपति बने सदस्य

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लखनऊ, 26 नवम्बर (हि.स.)। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा गठित समिति में सदस्य के रूप में लखनऊ विवि के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय का चयन किया गया है। इसकी अध्यक्षता गृहमंत्री अमित शाह करेंगे। यह उच्च-स्तरीय समिति डॉ. हरेकृष्ण महताब की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में गठित की गई है।

डॉ. हरेकृष्ण महताब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख व्यक्तित्व, और ओडिशा के मुख्यमंत्री (1946 से 1950 और 1956 से 1961 तक) रहे हैं। उन्हें “उत्कल केसरी” के नाम से लोकप्रिय रूप से जाना जाता है। समिति की जिम्मेदारियों में इस ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए कार्यक्रमों की योजना बनाना, उनकी निगरानी करना, और उनके सफल क्रियान्वयन के लिए मार्गदर्शन व निरीक्षण प्रदान करना शामिल है।

इस उल्लेखनीय उपलब्धि के साथ, प्रोफेसर आलोक कुमार राय को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की महासभा के सदस्य के रूप में भी नामित किया गया है। यह कार्यकाल 5 नवंबर से शुरू होकर तीन वर्षों तक चलेगा। यह नामांकन भारत सरकार के शिक्षा मंत्री द्वारा संघ के नियम 3(iv) और 3(viii) के प्रावधानों के तहत किया गया है।

प्रोफेसर आलोक कुमार राय के दूरदर्शी नेतृत्व में लखनऊ विश्वविद्यालय ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। विश्वविद्यालय ने अखिल भारतीय विश्वविद्यालय श्रेणी में 97वां स्थान प्राप्त किया है। राज्य-वित्तपोषित सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में इसे 32वां स्थान और विधि के क्षेत्र में प्रभावशाली 23वां स्थान प्राप्त हुआ है। यह उत्तर प्रदेश का पहला गैर-विशेषज्ञ (सामान्य) राज्य विश्वविद्यालय है जिसने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) की शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों की सूची में स्थान प्राप्त किया है।

प्रोफेसर राय के नेतृत्व में, विश्वविद्यालय ने देश में पहली बार नई शिक्षा नीति (एनईपी 2020) को सत्र 2020 से लागू किया है। इसमें चौथे वर्ष के यूजी बैच की शुरुआत, क्रेडिट ट्रांसफर प्रणाली, बहु-प्रवेश और निकास विकल्प, और एक वर्षीय पीजी कार्यक्रम का आरंभ शामिल है।

इसके अतिरिक्त, लखनऊ विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश का पहला राज्य विश्वविद्यालय बन गया है जिसने एनएएसी की ए++ मान्यता प्राप्त की है। साथ ही इसे श्रेणी 1 का दर्जा और एनआईआरएफ रैंकिंग में शीर्ष 100 स्थान बनाए रखने का गौरव प्राप्त हुआ है। ये उपलब्धियां प्रोफेसर आलोक कुमार राय के प्रेरणादायक नेतृत्व में लखनऊ विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।