प्रयागराज, 18 नवंबर (हि.स.)। महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र और इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति जस्टिस गिरधर मालवीय (86) लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने सोमवार की सुबह प्रयागराज के जॉर्जटाउन स्थित एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। जस्टिर गिरधर मालवीय का आवास भी जॉर्जटाउन में ही है।
जस्टिस मालवीय अंतिम बार पिछले वर्ष बीएचयू में हुए दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे। इसके बाद वह स्वास्थ्य कारणों से किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। उनके पुत्र पश्चिम बंगाल के पूर्व डीजीपी व पश्चिम बंगाल राज्य पुलिस के सलाहकार मनोज मालवीय अपने पिता के निधन के वक्त मौजूद रहे।
जस्टिस मालवीय के निधन की खबर सुनकर उनके आवास पर करीबियों की भीड़ लग गई। जस्टिस गिरधर मालवीय के करीबियों में शामिल बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो. जीसी त्रिपाठी का कहना है कि जस्टिस मालवीय हमेशा मदन मोहन मालवीय के विचारों और सिद्धांतों पर चलने वाले व्यक्ति रहे। उनका जाना हम सभी के लिए अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने बताया कि जस्टिस मालवीय का अंतिम संस्कार 19 नवम्बर को रसूलाबाद घाट पर होगा।
बीएचयू, वाराणसी के कुलपति रहे गिरधर मालवीय लोकसभा चुनाव 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक भी थे। वह 14 मार्च 1988 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति बने। नवम्बर 2018 में वह बीएचयू, वाराणसी के चांसलर बने और गंगा महासभा के अध्यक्ष भी रहे। प्रयागराज स्थित सेवा समिति इंटर कॉलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष पद का दायित्व भी उनके पास था।