यूएई का गोल्डन वीजा: यूएई भारत के अमीरों के बीच भी काफी लोकप्रिय है। वे अब यूएई के गोल्डन वीजा की ओर आकर्षित हो रहे हैं। यूएई का गोल्डन वीजा पाना मुश्किल है, लेकिन अगर मिल जाए तो वीजा धारक को काफी सुविधाएं मिलती हैं। यूएई सरकार के आधिकारिक पोर्टल के मुताबिक, गोल्डन वीजा धारक को यूएई में रहने से लेकर वहां घूमने और व्यापार करने तक कई सुविधाएं मिलती हैं।
यूएई का गोल्डन वीज़ा क्यों खास है?
यूएई में लंबे समय तक रहने की सुविधा: गोल्डन वीज़ा धारकों को दीर्घकालिक निवास परमिट मिलता है। यानी वे बिना किसी स्थानीय प्रायोजक के लंबे समय तक यूएई में रह सकते हैं। निवास परमिट का नवीनीकरण भी किया जाता है।
यात्रा सुविधा: गोल्डन वीज़ा धारकों को यूएई आने-जाने में आसानी होती है। यूएई निवास परमिट वाले लोगों को बाहर निकलने के 6 महीने के भीतर यूएई वापस लौटना पड़ता था या उनका वीज़ा अमान्य घोषित कर दिया जाता था। लेकिन गोल्डन वीज़ा धारकों पर यह प्रतिबंध नहीं है। गोल्डन वीज़ा धारक 6 महीने से ज़्यादा समय तक यूएई से बाहर रह सकते हैं।
काम करने की आज़ादी: गोल्डन वीज़ा धारक आसानी से यूएई में अपना व्यवसाय चला सकते हैं। उनके पास व्यवसाय का पूर्ण स्वामित्व होता है और उन्हें अपने कर्मचारियों को खुद चुनने की आज़ादी होती है।
परिवार को यूएई बुलाने की सुविधा: यूएई के गोल्डन वीजा धारक अपने परिवार के एक या अधिक सदस्यों या घरेलू कर्मचारियों को यूएई बुला सकते हैं।
गोल्डन वीज़ा निवेशकों, उद्यमियों, वैज्ञानिकों, विद्वानों, विशेषज्ञों, शीर्ष छात्रों, वैश्विक प्रतिभाओं को दिया जाता है। यूएई का गोल्डन वीज़ा किसे मिलता है? यूएई ने अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए साल 2019 में इस वीज़ा की शुरुआत की थी।