अयोध्या, 28 अक्टूबर (हि.स.)। एक-एक दीए प्रज्ज्वलित कर दीपोत्सव में पिछला रिकार्ड तोड़ने की तैयारी है। डाॅ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 30 हजार वालंटियर सोमवार को सरयू के 55 घाटों पर 28 लाख दीए बिछाने के लक्ष्य की ओर पहुंच रहे हैं। घाट समन्वयक व घाट प्रभारी की देखरेख में जय श्रीराम के उद्घोष के साथ दीपोत्सव के उत्साहित वालंटियर घाटों पर दीए बिछाने का कार्य शुरू किया।
सरयू के घाटों पर सभी वालंटियर्स के सिर पर कैप, टी-शर्ट व गले में लटकता आईकार्ड एकरूपता प्रदर्शित कर रहा है। सभी के मन में प्रभु श्रीराम के प्रति आस्था उन्हें बिना थके एक नया विश्व रिकार्ड बनाने को प्रेरित कर रही है। दीपोत्सव में शामिल वालंटियर अनुशासन में रहकर भोजन का भी आनन्द उठा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर घाटों पर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था भी सख्त कर दी गई है। बिना आईकार्ड के वालंटियर व अन्य लोगों के प्रवेश को प्रतिबन्धित कर दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन व जिला प्रशासन के सहयोग से 30 अक्टूबर की शाम होने वाले दीपोत्सव के लिए पूरी ताकत लगा दी है।
एक ओर जहां विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 गोयल ने दीपोत्सव को भव्य एवं अलौकिक बनाने के लिए भारी भरकम टीम उतार दी। वहीं जिला प्रशासन की अगुआई में स्वास्थ्य विभाग व विश्वविद्यालय का प्राथमिक चिकित्सा स्वास्थ्य केन्द्र भी मुस्तैद हो गया है। कुलपति के निर्देश पर विश्वविद्यालय प्राथमिक चिकित्सा स्वास्थ्य केन्द्र चिकित्साधिकारी डाॅ. दीपशिखा चैधरी की अगुआई में भी टीम का गठन कर दिया गया है। आपात स्थिति से निपटने के लिए घाटों पर पांच कंट्रोल रूम बनाये गए हैं। दूसरी ओर विवि के नगर निगम की मदद से घाटों की स्वच्छता के लिए टीमें उतार दी गई हैं। स्वच्छता के वाहनों द्वारा निरन्तर घाटों की साफ-सफाई कराई जा रही है।
विवि के दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रोफेसर संत शरण मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव को भव्यता प्रदान करने के लिए सोमवार को तीसरे दिन प्रातः 9 बजे विश्वविद्यालय परिसर व अन्य संस्थानों के वालंटियर द्वारा प्रातः 10 बजे सरयू के चार स्थलों के 55 घाटों पर दीए बिछाने का कार्य शुरू किया गया। सभी वालंटियर 16 गुणे 16 एक ब्लाक में 256 दीए सजा रहे हैं। 25 लाख दीपों का रिकार्ड बनाने के लिए देर शाम तक 28 लाख दीए बिछाने की लक्ष्य प्राप्ति की ओर है। 29 अक्टूबर दिन मंगलवार को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस की टीम के कंसल्टेंट निश्चल बरोट की अगुआई में 30 लोगों की टीम व विश्वविद्यालय की गणना समिति के सदस्यों द्वारा 55 घाटों पर सजाये गए दीपों की गणना देर शाम तक की जायेगी। वहीं 30 अक्टूबर को 28 लाख दीयों में तेल, बाती लगाकर देर शाम प्रज्ज्वलित करने के साथ एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापति करेंगे। मीडिया प्रभारी डाॅ. विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि दीपोत्सव की भव्यता के लिए कुलपति ने दीपोत्सव नोडल अधिकारी को निर्देशित किया है कि समिति के संयोजकों से सामंजस्य बनाते हुए कार्यों को अंतिम रूप प्रदान करें।