वाराणसी, 26 अक्टूबर (हि.स.)। कांग्रेस नेत्री रोशनी कुशल और उनके पति कुशल जायसवाल के पक्ष में पार्टी भी लामबंद हो रही है। शनिवार को पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस कमिश्नर से उनके कैंप कार्यालय पर मिला। प्रतिनिधि मंडल में शामिल पार्टी के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने इस दौरान पुलिस कमिश्नर से बात कर रोशनी कुशल के खिलाफ एकपक्षीय कार्यवाही का आरोप लगाया।
चौबे ने बताया कि रोशनी कुशल पार्टी के लिए सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ लिखती थी तो भाजपा समर्थक सैफरॉन राजेश सिंह बलात्कार की धमकी देता था। तक रोशनी ने सैफरॉन राजेश सिंह के खिलाफ आवाज़ उठाई। सवाल किया कि क्या अपने अधिकारों और सुरक्षा के लिए प्रतिकार ग़लत है?। पिछले 40 दिनों से रोशनी का पति, भाई और 5 अन्य लोग जेल में है। रोशनी के घर की कुर्की का आदेश दिया गया है। वो ख़ुद अपने एक बच्चे के साथ गुमनामी की जिंदगी जी रही है। प्रतिनिधि मंडल में सजीव सिंह, अशोक सिंह, रोहित दुबे, आशीष गुप्ता, नवीन उपाध्याय आदि भी शामिल रहे।
उधर, पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस मामले को उठाया। रोशनी कुशल जायसवाल का एक वीडियो साझा कर सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा ‘‘यह वाराणसी की रोशनी कुशल जायसवाल हैं। जब भी यह सोशल मीडिया पर कुछ लिखती थीं तो एक दरिंदा बलात्कार की धमकी देता था।‘‘
बताते चलें कि सोशल मीडिया पर रोशनी कुशल ने एक वीडियो पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि “मैं वही रोशनी कुशल जायसवाल हूं, जिसने 15 सितंबर को बलात्कार की धमकी देने वाले भाजपा समर्थक राजेश सिंह पर एक थप्पड़ जड़ा था। इसके बाद मुझ पर 307 सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया। जिसके चलते मैं 40 दिन से फरार हूं। रोशनी कुशल के समर्थन में अब पार्टी के पदाधिकारी भी मुखर हो रहे हैं।