गाजियाबाद, 21 अक्टूबर (हि.स.)। जिले की आबोहवा कैसे बेहतर बने इसके लिए जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने नगर निगम, जीडीए, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सिंचाई विभाग व अन्य संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ साेमवार काे कई घंटे तक बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी ने जिला गंगा प्लान बनाने के लिए अधिकार अधिकारियों के आपस में सामंजस्य बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के प्रभावी नियंत्रण के लिए ग्रेप स्टेज वन लागू हो चुका है इसलिए इसके लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को सख्ती के साथ कदम उठाने पड़ेंगे।
महात्मा गांधी सभागार कलेक्ट्रेट में जिला गंगा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने ”डिस्ट्रिक्ट गंगा प्लान” को बनाने में सहयोग के लिए सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, नगर निगम एवं इसके अन्तर्गत आने वाले विभाग, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण एवं नगर विकास विभाग, उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सामाजिक वानिकी वन विभाग, जिला भूगर्भ जल प्रबंधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, खनन विभाग, पंचायती राज विभाग, लोक निर्माण विभाग एवं उद्योग विभाग से एक—एक नोडल अधिकारी नामित करते हुए कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जल प्रदूषण करने वालें सभी कारकों पर विस्तार से चर्चा की गयी। जिसमें फैक्ट्री, कारखानों, नाली, वाशिंग कम्पनी, घरों, कम्पनियों, नदी—नालों, तालाबों, खेतों आदि से आने वाले प्रदूषित पानी के उक्त नदी में गिरने के कारकों पर विस्तार से चर्चा की गयी। इसके साथ ही जनपद में पेयजल सहित घरेलू एवं अन्य कार्यों में होने वाले जल का उपयोग के बारे में भी बात हुई।
बैठक के दौरान एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण के प्रभावी नियंत्रण के लिए कमिशन फोर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ग्रेडेड रिस्पान्स एक्शन प्लान (जीआरएपी ग्रेप) की स्टेज—1 के जारी किये जाने पर ग्रेप स्टेज—1 के बारे में पूर्ण रूप से जनपदवासियों को जागरूक कराने और प्रभावी रूप से लागू कराने का निर्णय लिया गया।
दिल्ली एनसीआर में एक्यूआई में वृद्धि हो जाती है। एक्यूआई के अनुसार कमिशन फोर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट इन एनसीआर एण्ड एडज्वानिंग एरियाज द्वारा ग्रेडेड रिस्पान्स एक्शन प्लान (जीआरएपी ग्रेप) लागू किया जाता है। एक्यूआई के अनुसार ही ग्रेप को अलग-अलग श्रेणी मे वग्रीकृत किया जाता है। यथा ग्रेप की अलग-अलग Stages i.e. Stage-I ‘Poor’ (AQI 201-300), Stage-II ‘Very Poor’ (AQI 301-400), Stage-III ‘Severe’ (AQI 401-450)and Stage-IV ‘Severe+’ (AQI >450) के अन्तर्गत सीएक्यूएम द्वारा निर्गत निर्देषों के अनुसार विभिन्न विभागों द्वारा कार्यवाही की जाती है, जैसे कि सड़कों पर जल छिड़काव, सड़कों की मैकेनिकल स्वीपिंग, ट्रेफिक का सुचारू संचालन, निर्माण कार्यों में प्रदूषण नियंत्रण हेतु प्रभावी कदम उठाया जाना, प्रदूषणकारी उद्याेगों पर कार्यवाही, कूड़ा जलाने पर प्रभावी कार्यवाही आदि हैं।
दिल्ली एवं अन्य एनसीआर क्षेत्रों में एयर क्वालिटी इनडैक्स (एक्यूआई) 200 से अधिक होने के कारण ग्रप की स्टेज—1 लागू किया गया है। जनपद गाजियाबाद मे कुल 06 हाॅट-स्पाॅट (साहिबाबाद, राजनगर एक्सटेशन, लोनी, भौपुरा दिल्ली बार्डर, वसुन्धरा, सिद्धार्थ विहार/कनावनी पुस्ता रोड) चिन्हित हैं, जिनके सम्बन्ध में एक्शन प्लान तैयार किया गया है। प्लान के अन्तर्गत सम्बन्धित विभागों द्वारा एक्षन प्लान के अनुसार प्रभावी कार्यवाही की जा रही हैं। अभी तक 09 औद्योगिक इकाइयों से 23 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है।
बैठक में डीएफओ ईशा तिवारी, प्रोजेक्ट एसोसिएट सिमरन यादव, विकास मिश्रा आरओ यूपीपीसीबी, श्रीनाथ पासवान जीएमडीआईसी, ईई पीडब्लूडी रामराजा, बीएसए ओपी यादव, ईओ मोदीनगर, ईओ लोनी, ईओ डासना, डॉ. विधि सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।