अयोध्या, 17 अक्टूबर (हि.स.)। विकास के चक्के ने 2017 के बाद ऐसी रफ्तार पकड़ी की रामनगरी विश्व के पटल पर छा गई है। प्रदेश की योगी सरकार ने रामलला को भव्य मंदिर में विराजमान कराने से ठीक पहले विकास कार्यों के लिए खजाना खोल दिया। 32 हजार करोड़ की परियोजनाओं को न सिर्फ धरातल पर उतारा, बल्कि देश-दुनिया को विकास के प्रतिमान गढ़ने का रास्ता भी दिखाया। आज यहां पहुंचने वाला हर एक श्रद्धालु राम का नाम लेने के बाद योगी सरकार के कार्यों की तारीफ करते नहीं थकता है। नेता हों या अभिनेता, बिजनेसमैन हों या संन्यासी। सभी का सिर्फ यही कहना है कि अयोध्या जैसी नगरी को संवारने का काम मोदी और योगी सरकार की बदौलत ही हो सका है।
2017 में प्रदेश की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले अपने आराध्य की नगरी अयोध्या को संवारने का कार्य किया। भले ही राम मंदिर का फैसला 2019 में आया हो लेकिन उससे पहले ही मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास को रफ्तार देने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। सड़क, बिजली-पानी, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में यहां चहुंमुखी तरक्की हुई। नतीजा यह है अगर सिर्फ सड़कों की ही बात की जाए तो बड़े-बड़े महानगर भी अयोध्या को टक्कर नहीं दे सकते। यहां मंदिरों के जीर्णोद्धार का कार्य आज भी अनवरत जारी है। विकास के पथ पर बढ़ रही अयोध्या पूरे विश्व के श्रद्धालुओं व पर्यटकों को आकर्षित कर रही है।
दिल्ली के राजपथ की तरह बना अयोध्या का रामपथ
योगी सरकार के सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में अयोध्या की सड़कों का चौड़ीकरण रहा है। यहां 13 किमी में सहादतगंज से नया घाट तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया गया। लगभग 844 करोड़ रुपये से तैयार हुए मार्ग को रामपथ का नाम दिया गया। यह मार्ग दिल्ली के राजपथ से प्रेरित होकर दिया गया था। इनके अलावा चार और पथ साकेत पेट्रोल पम्प से लता चौक तक धर्मपथ, राम मंदिर में प्रवेश के लिए जन्मभूमि पथ व श्रृंगार हाट से हनुमानगढ़ी जाने वाले मार्ग को भक्ति पथ के रूप में बनाया गया। इन पथों के निर्माण पर भी करोड़ों की लागत आई है। 8 नए ओवरब्रिज भी अयोध्या में बनाए जा रहे हैं।
7.9 करोड़ में बना लता चौक लोगों को कर रहा आकर्षित
योगी सरकार के प्रयास से रामनगरी में स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर चौक का 7.9 करोड में निर्माण कराया गया है। नया घाट चौराहे पर 10.8 मीटर लंबी व 12 मीटर ऊंची वीणा लोगों का मन मोह रही है। राम की पैड़ी के निकट इस चौराहे पर पहुंचने वाला हर एक शख्स तस्वीर खिंचाने से खुद को रोक नहीं पाता है। इसके लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद यहां सेल्फी ली थी।
-ई-बस की सुविधा के स्थानीय निवासी भी हुए कायल
-पर्यटन की दृष्टि से समदा झील, गुप्तार घाट व सूर्यकुंड का जीर्णोद्धार
-स्वास्थ्य सुविधाओं में हुआ इजाफा
-बनी मल्टी लेवल पार्किंग, यातायात हुआ सुगम
-पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर रहा है पूरा फोकस
-बिजली व्यवस्था और जल को मिला बल, बन रहा ट्रीटमेंट प्लांट
-सोलर पावर प्लांट से बिजली बनने लगी