प्रयागराज, 10 अक्टूबर (हि.स.)। आज विश्व के हर क्षेत्र में विकास के लिए विद्युत जरूरी है। इसके बिना धरती के समस्त जीव-जन्तुओं पेड़-पोधों मानव सहित सम्पूर्ण विकास की मशीनरी अधूरी है। इस धरती पर ऊर्जा का सबसे बड़ा स्राेत सूर्य है। धरती पर मौसम और जलवायु परिवर्तन सूर्य की ऊर्जा के कारण ही होते हैं। सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने को ही सौर ऊर्जा कहा जाता है। विद्युत उत्पादन से अधिक विद्युत उपभोग होने को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश सरकार सौर ऊर्जा पर बल दे रही है।
जिला सूचना विभाग से मिली जानकारी के अनुसार उप्र सौर ऊर्जा नीति-2022 के अन्तर्गत अयोध्या शहर को प्रदेश की पहली बार मॉडल सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य शहर के कुल विद्युत भार का 10 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से पूर्ति की जाएगी, जिसके अन्तर्गत अयोध्या सिटी के साथ-साथ अन्य 16 नगर निगमों में भी सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना करायी जा रही है।
‘‘सोलर सिटी कार्यक्रम‘‘ के अन्तर्गत नगर आयुक्त के माध्यम से प्रस्ताव प्राप्त कर राज्य स्तरीय समिति के अनुमोदनोपरान्त कार्य कराये जाते हैं। वर्तमान वर्ष में अयोध्या सोलर सिटी में 15.75 करोड रु. एवं अन्य सोलर सिटी में 40 करोड़ रु. का बजट प्राविधान किया गया है, जिससे नगर निगमों के विद्युत भार में कमी आयेगी। अयोध्या सोलर सिटी के अन्तर्गत वर्ष 2023-24 में 766 अदद स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट, 2300 सोलर स्ट्रीट लाइट, 250 अदद सोलर हाई मास्ट, 3.33 मेगावाट क्षमता के ऑनग्रिड सोलर पावर प्लाण्ट, 50 कि०वा० क्षमता का ऑफग्रिड सोलर पावर प्लाण्ट एवं 06 मीट्रिक क्षमता का 01 अदद सोलर आधारित कोल्ड स्टोरेज, 40 सोलर ट्री (01 कि.वॉ). 18 सोलर ट्री (2.5 कि.वॉ), 10 बॉटर किऑस्क के अधिष्ठापन का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। साथ ही 02 सोलर बोट का संचालन सरयू नदी पर किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त अयोध्या शहर की सरयू के तट पर 40 मेगावाट का सोलर प्लाण्ट स्थापित किया गया है। अयोध्या शहर में 10.25 किलोमीटर के मार्ग पर जो लक्ष्मण किला से निर्मली कुण्ड तक सरयू नदी तट पर स्थित है, 487 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट स्थापित कराते हुए प्रकाशमान किया गया है।
अयोध्या सोलर सिटी कार्यक्रम के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में विगत वर्ष की भांति अयोध्या शहर को प्रदेश की पहली मॉडल सोलर सिटी के रूप में विकसित किये जाने की कार्यवाही गतिमान हैं। प्रदेश के अन्य नगर निगमों में भी सोलर सिटी कार्यक्रम के अन्तर्गत कार्य कराये गये हैं। सोलर सिटी के अन्तर्गत कार्यक्रम वित्तीय वर्ष 2024-25 वाराणसी नगर निगम के परिक्षेत्र में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 500 सोलर स्ट्रीट लाइट, 100 सोलर हाई मास्ट, 10 सोलर ट्री (01 किलोवाट), 04 सोलर बेस्ड ड्रिंकिंग वॉटर किऑस्क एवं 200 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। वाराणसी में 2023-24 में 1512 सोलर स्ट्रीट लाइट एवं 200 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना कराई जा चुकी है।
झांसी नगर निगम के परिक्षेत्र में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 200 सोलर स्ट्रीट लाइट एवं 25 सोलर हाई मास्ट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। वर्ष 2023-24 में झांसी नगर निगम में 150 सोलर स्ट्रीट लाइट, 20 स्मार्ट स्ट्रीट लाइट की स्थापना की गई। आगरा नगर निगम के परिक्षेत्र में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 600 सोलर स्ट्रीट लाइट, 50 सोलर हाई मास्ट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। गत वर्ष 200 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट 100 सोलर हाईमास्क 20 सोलर ट्री की स्थापना कराई गई है। अलीगढ़ नगर निगम के परिक्षेत्र में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 90 सोलर हाईमास्ट, 550 सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 39 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट 35 सोलर हैरिटेज हाईमास्ट की भी स्थापना की जा चुकी है।
प्रयागराज नगर निगम के परिक्षेत्र में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 05 सोलर हैरिटेज हाई मास्ट, 02 सोलर ट्री, 05 सोलर हाई मास्ट एवं 02 सोलर वेस्ड ड्रिंकिंग वॉटर किऑस्क की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 460 सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना की जा चुकी है। लखनऊ में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 30 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट, 60 सोलर हाई मास्ट, 800 सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 244 सोलर हाई मास्ट, 100 सोलर स्ट्रीट लाइट एवं 10 सोलर ट्री की स्थापना की जा चुकी है। कानपुर में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 20 सोलर हैरिटेज हाई मास्ट, 310 सोलर हाई मास्ट, 02 सोलर वेस्ड ड्रिकिंग वॉटर किऑस्क, 02 सोलर ट्री, 1000 सोलर स्ट्रीट लाइट एवं 75 किलोवाट का ऑनग्रिड सोलर पावर प्लाण्ट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 100 सोलर हैरिटेज हाईमास्ट, 170 हाई मास्ट,1600 सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना की जा चुकी है। गाजियाबाद में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 500 सोलर हाई मास्ट, 160 किलोवाट क्षमता के ऑनग्रिड सोलर पावर प्लाण्ट एवं 200 सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 100 हाईस्माट, 100 सोलर स्ट्रीट लाईट की स्थापना की जा चुकी है।
शाहजहांपुर में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 10 सोलर हाई मास्ट, 100 सोलर स्ट्रीट लाइट, 10 किलोवाट क्षमता का ऑफग्रिड सोलर पावर प्लाण्ट एवं 1 सोलर ट्री (1 किलोवाट) की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 11 सोलर हाईस्माट, 100 सोलर स्ट्रीट लाइट, 2 सोलर ट्री की स्थापना की जा चुकी है। मुरादाबाद में सोलर सिटी योजनान्तर्गत मुरादाबाद में 5 सोलर हाई मास्ट, 5 सोलर वेस्ड ड्रिकिंग वॉटर किऑस्क, 4 सोलर ट्री. 4 किलोवाट क्षमता का ऑफग्रिड सोलर पावर प्लाण्ट एवं 20 सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 70 सोलर हाईमास्ट एवं 150 सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना की जा चुकी है। फिरोजाबाद में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 55 सोलर हाई मास्ट, 260 सोलर स्ट्रीट लाइट एवं 2 ई-चार्जिंग स्टेशन की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 150 सोलर स्ट्रीट सोलर लाइट ट्री की स्थापना की जा चुकी है। मथुरा में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 50 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट, 70 सोलर हाई मास्ट, 10 सोलर हैरिटेज हाई मास्ट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 100 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट की स्थापना का कार्य पूर्ण हो चुका हैं।
गोरखपुर में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 175 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट, 100 सोलर हाई मास्ट एवं 1000 सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 220 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट, 700 सोलर लाइट की स्थापना की जा चुकी हैं। सहारनपुर में सोलर सिटी योजनान्तर्गत 02 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट, 02 सोलर हाई मास्ट 02 सोलर ट्री, एवं 350 सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है। 20 प्राथमिक विद्यालयों में 2-2 किलोवाट के आफग्रिड पावर प्लांट की स्थापना की चुकी है। बरेली में गत वर्ष 80 सोलर हाईमास्ट एवं 720 सोलर स्ट्रीट की स्थापना की जा चुकी है। प्रदेश के नगर नियमों में सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन कर आवश्यक विद्युत आपूर्ति होती रही, इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है।