गाजियाबाद, 7 अक्टूबर (हि.स.)।प्रदेश के प्रमुख सचिव नगर विकास /नोडल अधिकारी गाजियाबाद अमृत अभिजात ने सोमवार को यहां कहा कि स्वच्छता, सुन्दरता व स्वच्छ वातारण रखना हमारा जिम्मेदारी है। हमें अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन गंभीरता के साथ करना है।
महात्मा गांधी सभागार, कलेक्ट्रेट में अमृत अभिजात ने यह बात एक बैठक की।अध्यक्षता करते हुए कही। बैठक में विकास कार्यों, जन शिकायतों एवं एनजीटी सहित अन्य प्रकरणों में जिला स्तरीय अधिकारियों के उन्होंने मन्त्रणा की।
-सामाजिक वानिकी प्रभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम के विजेता प्रतिभागियों को किया सम्मानित
अमृत अभिजात ने सामाजिक वानिकी प्रभाग, गाजियाबाद रेंज, गाजियाबाद द्वारा वन्य जीव प्राणी सप्ताह—2024 के मद्देनज़र 01 अक्टूबर से 07 अक्टूबर तक सह अस्तित्व के माध्यम से वन्य जीव संरक्षण पर कविता लेखन एवं पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें कविता लेखन मेंं आराध्या शुक्ला डीपीएस
सिद्धार्थ विहार प्रथम, प्रिशा सिंह चिकारा सिल्वर लाईन प्रेसटीज स्कूल द्वितीय, दिव्यांशी चौधरी इन्ग्राह्म इन्स्टीट्यूट तृतीय, शौबान शेख इन्ग्राह्म इन्स्टीट्यूट सांत्वना पुरस्कार एवं पेंटिंग प्रतियोगिता में दीप सिमर कौर सेंट पॉल अकेडमी प्रथम, नव्या दुबे सेठ आनन्द राम जयपुरिया द्वितीय, परी निमिया इन्ग्राह्म इन्टर कॉलेज तृतीय व नेहा मदान व आदविक शर्मा सेठ आनन्द राम जयपुरिया को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
“उपवन योजना’ के प्रस्ताव एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के दिये निर्देश
प्रमुख सचिव ने कहा कि समस्त अधिशासी अधिकारियों को नगरों में “उपवन योजना’ के प्रस्ताव एक सप्ताह में प्रस्तुत करें। उन्होने निकायों की वसूली कम होने पर अप्रसन्नता प्रकट करते हुए निकाय के निजी स्रोतो में वृद्धि करने तथा शत प्रतिशत वसूली करने का निर्देश दिये गये। बैठक में प्रमुख सचिव द्वारा अवगत कराया गया उन निकायों को 05 करोड रुपया अतिरिक्त अनुदान सरकार द्वारा दिया जायेगा जो 10 प्रतिशत अधिक राजस्व की वसूली करेंगे।
-बेसिक शिक्षा विभाग से ली आरटीई और विद्यालयों के कायाकल्प की जानकारी
प्रमुख सचिव ने आरटीई एवं स्कूलों के कायाकल्पों के बारे में विस्तार से जानकारी ली, जिस पर उन्हें अवगत कराया गया कि आरटीई के तहत दाखिले कराये जा रहे हैं और जिन 6 स्कूलों द्वारा आरटीई के तहत दाखिले नहीं कराये गये, उनके खिलाफ सम्बंधित महानिदेशक को पत्र लिखकर उनकी मान्यता निरस्त करने के लिए पत्र प्रेषित किया गया है। कहा कि जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग के 456 विद्यालय है जिनमें से 350 विद्यालयों का कार्याकल्प करवाया जा रहा हैं और शेष का भी जल्द करावाया जायेगा। श्री अमृत अभिजात ने कहा कि मुख्यमंत्री के मंशानुरूप सभी विद्यालयों का आधुनिकरण किया जाएं, उनमें पेयजल, शौचालयों, सफाई, कम्प्यूटर, स्मार्ट बोर्ड सहित अन्य आधुनिकरण वस्तुओं की पूर्ति की जाएं। इसके साथ ही शिक्षा को और बेहतर तरीके से पढ़ने—पढ़ाने हेतु विद्यालयों का समयानुसार निरीक्षण किया जाए। यह भी देखा कि बच्चे/अध्यापक की उपस्थिति कैसी है और रिजल्ट का परिणाम पहले की मुकाबले कितना अच्छा है। इसलिए उपस्थिति एवं परीक्षा परिणामों पर विशेष ध्यान दिया जाएं।
-आईजीआरएस की शिकायतों का लिया संज्ञान
प्रमुख सचिव ने आईजीआरएस पर निस्तारित शिकायतों के असंतोषजनक फीडबैक आने पर उसका विवरण लिया, जिसमें उन्हें अवगत कराया गया कि 5 शिकायतों में गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जा चुका है। जिसमें से राजस्व, नगर निगम, जीडीए, पुलिस विभाग, नगर विकास की एक—एक शिकायतें थी।
-खाद्य प्लांट व वृद्धा आश्रम हेतु रखा गया प्रस्ताव
नगर आयुक्त ने गोबर से खाद्य बनाने के प्लांट लगाने का आवेदन किया गया। उन्होंने बताया कि डेयरियों द्वारा गाय व भैंस का गोबर नालियों में बहाया जाता है जिससे कि नालियां बंद हो जाती हैं, यदि नगर निगम कूडें की तरह डेरियों से गोबर उठाये और उससे खाद्य बनाने तो उससे राजस्व को लाभ प्राप्त होगा। इसके साथ ही नगर आयुक्त महोदय ने कहा कि नगर निगम एक आधुनिक वृद्धा आश्रम बनाये तो उससे भी राजस्व को लाभ पहुंचेगा। प्रमुख सचिव ने कहा कि नगर निगम उक्त दोनों बिन्दुओं पर प्रस्ताव भेजे।
-गड्ढ़ा मुक्त सड़क अभियान के बारे में ली जानकारी
प्रमुख सचिव महोदय द्वारा गड्ढ़ा मुक्त सड़क अभियान के बारे में जानकारी ली, जिस पर विभागों द्वारा अवगत कराया गया कि 20 अक्टूबर से पूर्व ही जनपद की सड़कें गड्ढ़ामुक्त हो जायेगी।
अमृत अभिजातने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार एवं मंशानुरूप जनपद की सभी सड़कों को त्यौहार से पूर्व गड्ढ़ामुक्त किया जाएं, बेसिक शिक्षा विभाग के सभी सरकार विद्यालयों का आधुनिकरण किया जाऐं। प्रत्येक शिकायत का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाएं। हर गांव शहर को स्वच्छ, सुन्दर व शिक्षित बनाया जाएं। जनपद को का सौन्दर्यकरण पेड़—पौधो से किया जाए, ताकि हर व्यक्ति स्वच्छ वायु में सांस ले सके। हमारा प्रयास हर व्यक्ति का विकास है।
बैठक में जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स, सचिव राजेश सिंह, डीपीआरओ प्रदीप कुमार द्विवेदी, जिला सूचना अधिकारी योगेन्द्र प्रताप सिंह सहित सभी निकायों के ईओ/प्रतिनिधि व अन्य जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।