कानपुर, 01 अक्टूबर (हि.स.)। दो टेस्ट क्रिकेट मैचों में बल्ले से 114 रन बनाने और 11 विकेट चटकाकर प्लेयर ऑफ द सीरीज बने आर. अश्विन ने मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि निश्चित और सीमित टेस्ट सेंटर होने का अपना फायदा है, लेकिन उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भारत जैसे बड़े देश में यह व्यवहारिक नहीं है। अश्विन ने कहा कि सोशल मीडिया के इस दौर में सबके पास अपने विचार हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि सब विचार सही भी हों। अगर भारत में इतने अधिक टेस्ट सेंटर्स हैं तो इसका अपना फायदा है कि आपको देश के हर एक कोने से ऐसे क्रिकेटर मिलते हैं और जो टेस्ट खेलना चाहते हैं।
ऑलराउंडर अश्विन ने कहा कि भारत एक बहुत बड़ा देश है और यहां हर तरह और हर जगह के लोग अपने देश के लिए क्रिकेट खेलना चाहते हैं। इसलिए जब अगर अलग-अलग सेंटर्स पर टेस्ट मैच आयोजित होते हैं, तो वहां के खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट के प्रति उत्साहित भी होते हैं। यह इसकी सबसे सकारात्मक बात है। अश्विन का मानना है कि टेस्ट सेंटर्स अगर कम होते हैं तो इससे खिलाड़ियों को मदद बहुत मिलती है। उन्होंने कहा कि जब हम ऑस्ट्रेलिया जाते हैं तो सिर्फ पांच सेंटर्स पर टेस्ट मैच होते हैं, मानुका ओवल या कैनबेरा में टेस्ट मैच नहीं होता। इसी तरह इंग्लैंड में भी होता है, जहां कुछ निश्चित टेस्ट सेंटर्स हैं। इससे उनके खिलाड़ियों को वहां की पिच और परिस्थितियों के बारे में सब कुछ पता रहता है और वे उसके अभ्यस्त रहते हैं। लेकिन क्या हम अपने यहां ऐसा कर सकते हैं, यह उनके अधिकार क्षेत्र का विषय नहीं है, इसलिए वह इस विषय पर कोई भी टिप्पणी नहीं कर सकते हैं।