सहरसा, 24 सितम्बर (हि.स.)। जिलाधिकारी वैभव चौधरी की अध्यक्षता में मंगलवार को बैंकों की जिला स्तरीय समीक्षा एवं परामर्शदात्री समीति की त्रैमासिक बैठक समाहरणालय भवन के सभाकक्ष में आयोजित की गयी।
समीक्षा के मुख्य बिन्दुओं में जिन पर चर्चा हुई वह थे कि जिला का साख जमा अनुपात 67.46% है। उक्त अनुपात में वृद्धि कर सभी बैंक को अगले समीक्षा में 70% से अधिक करने का सलाह दिया गया।अभी जून तिमाही तक जिले का वार्षिक साख योजना में लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि 19.20% रही है।
अध्यक्ष ने कहा कि सरकारी योजनाओं की सफलता प्रमुखतया सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर ही निर्भर करता है। अतः योजनाओं के वित्त पोपण में समुचित उदारता रखें विशेषकर कृषि एवं एमएसएमइ प्रक्षेत्र से जुड़ी योजनाओं में ससमय वित्तपोषण करें क्योंकि इस जिले की अर्थव्यवस्था इन्ही क्षेत्रों पर सर्वाधिक आधारित है।
उन्होंने कहा कि लंबित आवेदनों का जल्द से जल्द निष्पादन करें जिससे जमा अनुपात में अपेक्षित प्रगति हो सके एवं लाभुक अपनी व्यापारिक गतिविधि को आगे बढ़ा सकें। उन्होंने विभिन्न विभागों तथा बैंकों की बैठक कर आवेदनों की अद्दतन स्थिति की समीक्षा करने को भी कहा।
उन्होंने यह निर्देश दिया कि पीएमजीईपी, पीएमईजीपी योजना के वार्षिक लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए ऋण स्वीकृत करने की प्रगति को बढ़ाएं।वही जीविका योजना में लक्ष्य प्राप्ति करने हेतु अध्यक्ष ने विशेष बल दिया। कृषि आधारित संरचना के विकास हेतु उनहोने नाबार्ड की एआईएफ योजना में बैंकों को वित्त प्रदान करने का आग्रह किया।जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक मो अरशद हुसैन ने उपस्थित विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयकों से पीएमइजीपी, मुद्रा,स्वनिधि,जीविका, पीएमएफएमइ. इत्यादि योजनाओं के प्राप्त आवेदनों का निष्पादन एवं संवितरण कार्य पूर्ण करने के लिए कहा।इस बैठक में क्षेत्रीय प्रबंधक उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक प्रबंधक अजीत झा, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक मो अरशद हुसैन, डीडीएम नाबार्ड, प्रतिनिधि, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, विभित्र बैंकों के जिला समन्वयक, पशुपालन, गव्य विकास, जिला उद्योग केंद्र, नगर परिषद्, सहकारिता विभाग के पदाधिकारी, निदेशक आर सेट्टी उपस्थित थे ।