Post Office Scheme for Children: अगर आप अपने बच्चे के लिए छोटी-छोटी बचत के साथ निवेश की तलाश में हैं तो आपको एक बार पोस्ट ऑफिस का रुख जरूर करना चाहिए। पोस्ट ऑफिस में आपको कई तरह की स्कीम मिल जाएंगी। इन्हीं में से एक है बाल जीवन बीमा योजना। यह एक बीमा योजना है जो खास तौर पर बच्चों के लिए चलाई जाती है। पोस्ट ऑफिस में यह स्कीम पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस के तहत चलाई जाती है। इस स्कीम में मैच्योरिटी पर 3 लाख रुपये तक का सम एश्योर्ड मिलता है। यहां जानें स्कीम से जुड़ी अहम बातें।
पीएलआई और आरपीएलआई के अंतर्गत अलग-अलग बीमा राशि
बाल जीवन बीमा योजना में डाक जीवन बीमा (पीएलआई) और ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) के तहत अलग-अलग बीमा राशि दी जाती है। पीएलआई के तहत 3 लाख रुपये तक का बीमा राशि मिलती है, जबकि अगर आपने आरपीएलआई के तहत पॉलिसी ली है तो पॉलिसीधारक को 1 लाख रुपये तक का बीमा राशि मिलेगी। दोनों का प्रीमियम भी अलग-अलग है। पॉलिसी को आकर्षक बनाने के लिए इसमें एंडोमेंट पॉलिसी की तरह बोनस को शामिल किया गया है। अगर आपने ग्रामीण डाक जीवन बीमा के तहत यह पॉलिसी ली है तो 1000 रुपये के बीमा राशि पर आपको हर साल 48 रुपये का बोनस दिया जाता है। डाक जीवन बीमा के तहत लेने पर हर साल 52 रुपये का बोनस दिया जाता है।
अधिकतम दो बच्चों को लाभ
पोस्ट ऑफिस बाल जीवन बीमा योजना बच्चों के माता-पिता द्वारा खरीदी जा सकती है। इस योजना का लाभ अधिकतम दो बच्चों को दिया जा सकता है। इसे 5 वर्ष से 20 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए खरीदा जा सकता है। जो माता-पिता अपने बच्चों के लिए यह बीमा योजना खरीदना चाहते हैं, उनकी आयु 45 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
5 वर्ष बाद भुगतान योग्य पॉलिसी
5 साल तक नियमित प्रीमियम भरने के बाद यह पॉलिसी पेड-अप पॉलिसी बन जाती है। इस योजना को लेने के बाद प्रीमियम भरने की जिम्मेदारी माता-पिता की होती है, लेकिन अगर पॉलिसी की मैच्योरिटी से पहले उनकी मृत्यु हो जाती है, तो बच्चे का प्रीमियम माफ कर दिया जाता है। अगर बच्चे की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को बोनस के साथ बीमा राशि का भुगतान किया जाता है।
ऋण सुविधा उपलब्ध नहीं है
इस योजना में आप मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना आधार पर निवेश कर सकते हैं। अन्य सभी पॉलिसियों की तरह इस योजना पर लोन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। बच्चों के लिए यह पॉलिसी लेते समय मेडिकल जांच की जरूरत नहीं होती। हालांकि, बच्चे का स्वस्थ रहना जरूरी है। एक बात का ध्यान रखें कि इस योजना में पॉलिसी सरेंडर करने का कोई प्रावधान नहीं है।