बॉलीवुड फिल्म ‘लापता लेडीज’ इसी साल मार्च में रिलीज हुई थी। फिल्म ने अपनी कहानी से न सिर्फ समीक्षकों को बल्कि आम जनता को भी प्रभावित किया. महिलाओं की अस्मिता पर सवाल उठाने वाली इस फिल्म में मौजूद किरदारों ने अपनी एक्टिंग से लोगों को खूब हंसाया भी. अब इस फिल्म को भारत की ओर से ऑस्कर के लिए भेजा जा रहा है. आइए आपको बताते हैं कि किसी फिल्म को ऑस्कर में कैसे भेजा जाता है। क्या है पूरी प्रक्रिया?
ऑस्कर पुरस्कारों का आयोजन अमेरिकन एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज (एएमपीएएस) द्वारा किया जाता है। आपको बता दें कि किसी भी फिल्म को ऑस्कर अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट होने के लिए कई खास प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। इन प्रक्रियाओं में कई चरण और नियम होते हैं, जिन्हें ध्यान में रखकर ही किसी फिल्म को नामांकित किया जाता है।
दरअसल ऑस्कर पुरस्कारों के लिए निर्णय लेने वाली संस्था AMPAS में 10,000 से अधिक सदस्य हैं। इन सदस्यों को निर्देशक, अभिनेता, लेखक, छायाकार आदि विभिन्न वर्गों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सदस्य अपने अनुभाग के अनुसार फिल्मों का मूल्यांकन करता है।
इसके अलावा फिल्म को ऑस्कर में एंट्री पाने के लिए कुछ नियमों का पालन करना होगा। उदाहरण के लिए, फीचर फिल्म के रूप में वर्गीकृत होने के लिए एक फिल्म कम से कम 40 मिनट लंबी होनी चाहिए। इसके अलावा, फिल्म को लॉस एंजिल्स काउंटी के सिनेमाघरों में कम से कम सात दिन चलना होगा।
फिल्म निर्देशक को आधिकारिक तौर पर अपनी फिल्म ऑस्कर के लिए जमा करनी होती है। दरअसल, फिल्म निर्माता अकादमी के पोर्टल पर एक आवेदन पत्र भरते हैं, जिसमें फिल्म से जुड़ी सारी जानकारी देनी होती है। इसके साथ ही फिल्म को ऑस्कर के लिए नामांकित करने के लिए अकादमी के सदस्यों के सामने फिल्म की स्क्रीनिंग भी की गई.
स्क्रीनिंग के दौरान फिल्म की कहानी, अभिनय, निर्देशन, सिनेमैटोग्राफी और अन्य तकनीकी पहलुओं का मूल्यांकन किया जाता है। इसके बाद अकादमी के सदस्य वोटिंग के जरिए विभिन्न श्रेणियों में फिल्मों को नामांकित करते हैं, फिर वोटिंग प्रक्रिया समाप्त होने के बाद एएमपीएएस नामांकित फिल्मों की सूची तैयार करता है। इसके बाद अकादमी द्वारा सार्वजनिक रूप से सूची की घोषणा की जाती है।