मेरठ, 20 सितम्बर (हि.स.)। शोभित विश्वविद्यालय मेरठ को विधि संकाय में प्रो बोनो क्लब की स्थापना के लिए केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय द्वारा प्रतिष्ठित न्याय बंधु योजना के तहत चयनित किया गया है। इस क्लब के माध्यम से विधि संकाय के छात्र एवं प्रतिष्ठित विधिवेत्ता स्वेच्छा से अपना समय और कानूनी विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए वंचित व्यक्तियों और समुदायों को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करेंगे।
केंद्र सरकार की यह पहल समाज के कमजोर वर्गों और कानूनी सेवाओं के बीच की खाई को पाटते हुए न्याय तक समान पहुंच सुनिश्चित करने की संवैधानिक प्रतिबद्धता को साकार करेगी। इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुँवर शेखर विजेन्द्र ने कहा कि शोभित विश्वविद्यालय इस सम्मान से गौरवान्वित है। हम इस अवसर का सदुपयोग कर अपने छात्रों के कानूनी ज्ञान को और समृद्ध करेंगे। हमारे छात्र समाज की सेवा में निशुल्क कानूनी सहायता देकर न केवल अपने पेशेवर कौशल को निखारेंगे, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी समझेंगे।
विश्वविद्यालय के विधि संकाय के निदेशक प्रो. प्रमोद गोयल ने कहा कि शोभित विश्वविद्यालय के प्रो बोनो क्लब के अंतर्गत हम कानूनी जागरूकता शिविर, प्रबोधन सत्र, व्याख्यान श्रृंखला और अनुभवी विधिवेत्ताओं के मार्गदर्शन में प्रत्यक्ष कानूनी सहायता जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करेंगे। यह क्लब न केवल सामाजिक रूप से उत्तरदायी विधि विशेषज्ञों को तैयार करेगा, बल्कि देश की न्याय प्रणाली को सशक्त बनाने और न्याय की सुलभता की परिकल्पना को साकार करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम भी होगा।