कानपुर,18 सितम्बर(हि.स.)। राष्ट्रीय पोषण माह के आयोजन के लिए सभी बधाई के पात्र हैं। कुपोषित बच्चों को पोषित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही जिला कुपोषण मुक्त हो जाएगा। लगन से काम करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बधाई की पात्र हैं। उक्त बात बुधवार को हर्ष नगर स्थित बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज बेनाझाबर में आयोजित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की गोष्ठी को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कही।
उन्होंने कहा कि गर्भवती और धात्री माताओं को पोषण आहार लेने के प्रति जागरूक किया जाय। सही पोषण ही बेहतर स्वास्थ्य का सूत्र है। बच्चों को सही पोषण मिले इसके लिए धात्री माताओं और गर्भवती को सबसे अधिक ध्यान रखना होगा। कुपोषण से मुक्त होने के लिए सही पौष्टिक आहार लेना जरूरी है।
कैबिनेट मंत्री ने धात्री माता श्यामा से बातचीत करते हुए पूछा कि आप अपने बच्चे को मां के दूध के अतिरिक्त क्या-क्या खिलाती हैं, इसके जवाब में श्यामा ने बताया कि वह क्षेत्रीय आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा हमें बताया गया था कि छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराना है, छह माह के बाद में ऊपरी आहार का सेवन कराने की सलाह दी है। उनका बच्चा अब आठ माह का हो गया है इसलिए वह मां के दूध के अतिरिक्त ऊपरी आहार के तौर पर मसला हुआ केला, आलू, दाल का पानी, मसाला हुआ चावल इत्यादि चीजें भी खिला रही हैं। कैबिनेट मंत्री ने श्यामा की तारीफ करते हुए अन्य महिलाओं से भी बच्चों को सही आहार देने के लिए संवाद किया।
विशिष्ट अतिथि प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि सही पोषण के साथ-साथ बच्चों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाने के लिए साफ-सफाई रखना भी अति आवश्यक है, इसलिए अपने घर पर और बच्चों की देखभाल के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। राज्य मंत्री ने इस दौरान बताया कि अपने घर में सहजन का पौधा लगाएं और अपने आस-पास भी पेड़-पौधों की सुरक्षा करें, जिससे कि आस-पास स्वच्छ वातावरण रहे। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2024 में आयोजित किये जाने वाले पोषण माह की मुख्य थीम एनीमिया (टेस्ट, ट्रीट, टॉक), वृद्धि निगरानी, ऊपरी आहार, पेषण भी पढ़ई भी
(पी.बी.पी.बी.), बेहतर प्रशासन के लिये प्रौद्योगिकी, अन्य थीम समग्र पोषण (पोषण से जुड़े सभी आवश्यक तत्व) निर्धारित की गयी है।
इससे पूर्व सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मिल्क केक काट कर पोषण माह का सातवां जन्मदिन मनाया गया साथ ही कार्यक्रम स्थल पर आयोजित रेसिपी प्रतियोगिता का अवलोकन करते हुए तैयार की गयी रेसिपी का स्वाद चखा एवं सभी 60 प्रतिभागियों की तारीफ की गयी। तदुपरान्त विभागीय स्टाल का अवलोकन किया गया। विभागीय स्टाल में बाल विकास परियोजना विधनू द्वारा स्मार्ट आंगनबाड़ी केन्द्र का स्वरूप तैयार किया गया था।
कार्यक्रम में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग उप्र सरकार राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला, सांसद कानपुर रमेश अवस्थी, भाजपा विधायक नीलिमा कटियार, विधायक सरोज कुरील, भाजपा के जिला अध्यक्ष दीपू , मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, जिला कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश प्रताप सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, इत्यादि अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ विकासखण्ड के सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों कर्मचारियों व 700 की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा प्रतिभाग किया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को किया सम्मानित
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि बच्चों को अभी से अच्छे संस्कार दें, उन्हें अच्छी शिक्षा और बातें सिखाएं। गर्भवती महिलाएं खानपान का विशेष ध्यान रखें। आज उन्हें जो आहार किट दी गई है, उसका उपयोग करें। उन्होंने पाँच गर्भवती की गोद भराई की। इसके अलावा पांच बच्चों का अन्नप्राशन भी कराया। इसके साथ ही पांच अति कुपोषित बच्चे जो सामान्य श्रेणी में आ गए हैं, उनके अभिभावकों को प्रोत्साहित करते हुये उन्हें प्रमाण पत्र भी वितरण किया गया।। बेहतर कार्य करने वाली 24 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को सम्मानित किया।