पटना नेपाल फ्लाइट पटना में नए टर्मिनल का निर्माण कार्य चल रहा है। यह अगले साल तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद पटना से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो सकेंगी।
गौरतलब है कि 24 दिसंबर 1999 को दिल्ली से काठमांडू जा रहे विमान के अपहरण के बाद पटना एयरपोर्ट सिर्फ नाम का अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट रह गया था। बौद्ध पर्यटकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए यहां से नेपाल के अलावा जापान, वियतनाम, म्यांमार और थाईलैंड जैसे देशों के लिए सीधी उड़ान मिलने की संभावना है।
पुरानी इमारत को गिराने का काम चल रहा है
आपको बता दें कि नए टर्मिनल का निर्माण 1,216 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। निर्माण कार्य अक्टूबर 2018 में शुरू किया गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण योजना में देरी हुई। पुरानी बिल्डिंग को तोड़ने का काम भी देरी से शुरू हुआ, जिसके कारण योजना पर भी असर पड़ा।
गोदाम, स्टेट हैंगर आदि को ध्वस्त कर दिया गया है। लिंक ब्रिज को पार्किंग से जोड़ने के बाद पुराने टर्मिनल को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया जाएगा। अब तक 65 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
पांच एयरोब्रिज और छह पार्किंग स्थल
नए टर्मिनल भवन में पांच एयरोब्रिज के निर्माण के साथ ही विमानों के लिए छह पार्किंग स्थल भी तैयार किए जा रहे हैं। परियोजना पूरी होने पर पार्किंग स्थलों की संख्या बढ़कर 11 हो जाएगी। वाहनों के लिए जी+5 मल्टीलेवल पार्किंग का काम पूरा हो चुका है। फिलहाल एटीसी को नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया है।
वहीं एयरपोर्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए जी+6 बिल्डिंग का भी निर्माण हो चुका है, जिसमें वे रहने भी लगे हैं।