पटना, 03 सितम्बर (हि.स.)। सांसद पप्पू यादव ने पूर्णिया के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मंगलवार को औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दवाइयों के रजिस्टर की जांच की, जिसमें यह देखा गया कि कौन सी दवाइयां कितनी मात्रा में आती हैं और कितनी मरीजों को वितरित की जाती हैं।
जांच में सांसद ने पाया कि सरकारी अस्पताल डायलोना और डैक्सोना के भरोसे चल रहा है। इसपर पप्पू यादव नाराज दिखे और कहा कि विगत 20 सालों में अस्पताल इस हालत में आ गये हैं, जहां इतने बड़े अस्पताल में सिर्फ दो ही दवा मिल रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। आखिर अस्पताल में आने वाली दूसरी दवाओं के पैसों का कैसे बंदरबांट हो रहा है।
निरीक्षण के दौरान सांसद ने महिला वार्ड, पुरुष वार्ड, और अन्य सभी वार्डों का दौरा किया। उन्होंने डॉक्टरों के साथ मिलकर मरीजों और उनके परिजनों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उनकी समस्याओं को समझते हुए उचित दिशा-निर्देश दिए। सांसद पप्पू यादव ने कहा कि अस्पताल की स्थिति चिंताजनक है और ऐसा प्रतीत होता है कि यह डायलोना और डैक्सोना जैसी दवाओं के भरोसे ही चल रहा है।
उन्होंने अस्पताल की सेवाओं में सुधार के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए और कहा कि उनका उद्देश्य है कि हर मरीज को उचित इलाज और सुविधाएँ मिलें। इस औचक निरीक्षण का मकसद जीएमसीएच की सेवाओं को और बेहतर बनाना था, ताकि हर जरूरतमंद को सही समय पर सही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने साफ़ कहा कि अगर अस्पताल की सेवा नहीं सुधरेगी, तो हम मामले में उचित कार्रवाई भी करेंगे।