मेरठ, 30 अगस्त (हि.स.)। पशुपालन विभाग द्वारा 21वीं पशुगणना 2024 एक सितम्बर से शुरू होगी। इसके लिए शुक्रवार को विकास भवन सभागार में सुपरवाइजर एवं गणनकार प्रशिक्षण को प्रशिक्षण दिया गया।
विकास भवन सभागार में शुक्रवार को पशुपालन विभाग द्वारा 21वीं पशुगणना 2024 के लिए सुपरवाइजर एवं गणनकारों का एकदिवसीय प्रशिक्षण तहसीलवार तीन पालियों में आयोजित कियाग या। मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। उन्होंने पशुगणना की महत्ता को बताते हुए सभी गणनकारों एवं सुपरवाइजरों को इस कार्य को पूर्ण गम्भीरता से पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि गणनकार गावों में जाकर पशुगणना कार्य के साथ-साथ मुख्यमंत्री गौवंश सहभागिता योजना एवं अन्य सरकारी योजनाओं के विषय में पशुपालकों को जागरूक करें।
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि भारत सरकार द्वारा 21वीं पशुगणना का कार्य एक सितम्बर से शुरू किया जा रहा है। चार माह तक चलने वाली पशुगणना का कार्य 31 दिसम्बर तक पूरा किया जाना है, जिसके अन्तर्गत एक सितम्बर से गणनाकार पशुपालकों के घर जाकर मोबाइल ऐप के माध्यम से डाटा एकत्रित करेंगें। जनपद में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में 28 सुपरवाइजर एवं 212 गणनाकारों को पशुगणना के लिए चयनित किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में 593 गावों एवं शहरी क्षेत्र में 324 वार्डों में पशुगणना का कार्य किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में 3000 परिवार पर एवं शहरी क्षेत्र में 4000 परिवार पर एक गणनकार लगाया गया है।
नोडल अधिकारी पशुगणना डॉ. निलय कुमार ने तहसील वार तीन पालियों में जनपद मेरठ के समस्त सुपरवाइजरों एवं गणनकारों को ट्रेनिंग दी। उन्होंने बताया कि 21वीं पशुगणना 2024 मोबाइल एप के माध्यम की जाएगी। उन्होंने सभी को एप पर डाटा एन्ट्री करने की प्रक्रिया के विषय में विस्तृत प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर डॉ. शरद शर्मा, डॉ. प्रियका शर्मा, डॉ. सुनन्दा पाण्डे, डॉ. कपिल देव, डॉ. विरेन्द्र कुमार, डॉ. संजीव कुमार, सुशील कुमार आदि उपस्थित रहे।