सहरसा, 30 अगस्त (हि.स.)। स्वाधीनता संग्राम के कालखंड 1942 ईस्वी में अमर शहीदों को बनगांव के दुर्गा स्थान में श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापक विश्वनाथ खां की अध्यक्षता एवं पारस कुमार झा के संचालन में वक्ताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए सुमन समाज ने कहा कि गांधीजी के नेतृत्व में 29अगस्त, 1942 ईस्वी को सम्पूर्ण भारत में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जन आंदोलन में सहरसा स्टेशन पर किशोर एवं युवाओं ने धावा बोला।अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों को न्योछावर करनेवाले शहीद पुलकित कामत, हरिकांत झा विद्यार्थी, कालेश्वर मंडल, भोला ठाकुर, केदारनाथ तिवारी, धीरो राय के शहादत के बारे में सुमन खां समाज,धनंजय कुमार झा भगवानजी, शशिधर ठाकुर, शक्तिनाथ मिश्र, विश्वनाथ मिश्र उर्फ विकण मिश्र, बम शंकर झा, निर्मल मिश्र, अंजनी झा, विवेकानंद मिश्र, रामचन्द्र चौधरी, मनोज कुमार झा आदि वक्ताओं ने विस्तार से बताया।
अध्यक्षीय उद्बोधन में विश्वनाथ खां ने बियालिस के आंदोलन के अपने इलाके के सभी स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानकारी दी। अध्यक्ष ने उपस्थित लोगों के आह्वान पर बनगांव चौक का नाम शहीद चौक रखने एवं शहीदों के सम्मान में शहीद टावर बनाने का प्रस्ताव रखे जिसे करतल ध्वनि से पास किया गया। बनगांव नगर पंचायत के उपाध्यक्ष रूपेश कुमार कामत ने शहीदों के सम्मान में इस तरह के कार्यक्रम को आवश्यक बताते हुए आभार प्रकट की एवं नगर पंचायत से बनगांव चौक को शहीद चौक बनाने हेतु उपस्थित जन समुह को आश्वस्त किया।
शहीद के चित्र पर पुष्पांजलि, मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को नमन करते हुए कार्यक्रम के अंत में शहीदों के याद में दो मिनट मौन श्रद्धांजलि दी गई।इस अवसर पर कमल नाथ मिश्र, हेम झा, तुलुर झा, यशवंत मिश्र, ज्यौतिष कांत मिश्र, नीरज झा, उमा शंकर झा, राघव सहित दुर्गा नवयुवक संघ के सदस्य उपस्थित थे।