Saturday , November 23 2024

बुंदेलखंडः मराठा कालीन मंदिर में बृज की तरह श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव मनाने की तैयारी

Bd41a1cfd37b6a0d8100a369b284124d

हमीरपुर, 26 अगस्त (हि.स.)। जनपद में मराठा कालीन मंदिरों में बृज की तरह श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव मनाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। सैकड़ों साल पुराने बलदाऊ मंदिर और राधा कृष्ण मंदिर को रंग रोगन और लाइट से संवारा गया। इन मंदिरों में श्रीकृष्ण के लिए 56 प्रकार का महाभोग भी तैयार कराया जा रहा है। जन्मोत्सव की रात से लगातार छठी तक ये महाभोग आम लोगों को मिलेगा।

शहर के रमेड़ी मोहाल स्थित बलदाऊ मंदिर सैकड़ों साल पहले बना था। अंग्रेजों के शासनकाल में बने इस मंदिर में श्रीकृष्ण और राधा के अलावा बलदाऊ की नयनाभिराम मूर्तियां विराजमान है। मंदिर के आंगन में एक बड़ा झूला भी डाला गया, जहां श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के बाद उन्हें झूला झुलाया जाएगा। इसके लिए मंदिर के व्यवस्थापक ने पूरी तैयारी भी कर ली है।

मंदिर के पुजारी जेपी द्विवेदी ने बताया कि यहां के प्रेम अग्रवाल के पूर्वजों ने इस मंदिर को बनवाया था। इसका शिखर करीब चालीस फीट ऊंचा है। मंदिर के परिसर में तमाम देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित है। श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। इक्कीस किलो गुलाब और गेंदा के फूल मंगवाए गए। साथ ही जलाभिषेक के लिए दूध, दही, शहद और गंगाजल समेत अन्य दृव्य की व्यवस्था की गई। जन्मोत्सव के बाद श्रीकृष्ण को झूले में बैठाया जाएगा। मंदिर में लगातार श्रीकृष्ण भगवान की छठी तक महिलाएं सामूहिक रूप से झूला झुलाएगी।

जन्माष्टमी की रात नगर की सैकड़ों महिलाएं गाएंगी साेहर

बलदाऊ मंदिर और हाथी दरवाजा स्थित मराठाकालीन मंदिर में श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर नगर की बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल होंगी। जन्माष्टमी की रात में महिलाएं ढोलक और मजीरे के साथ सामूहिक रूप से साेहर गाएंगी। राधा कृष्ण मंदिर के महंत हरिनारायण द्विवेदी ने बताया कि यह मंदिर मराठा काल में बना था। चूना पत्थर से बने इस मंदिर में अष्टधातु की राधा कृष्ण की मूर्तियां विराजमान है। बताया कि जन्माष्टमी की रात शहर के कई इलाकों की महिलाएं आकर साेहर गाएंगी।

श्रीकृष्ण के लिए मंदिर में 56 प्रकार का तैयार होगा प्रसाद

पुजारी जेपी द्विवेदी ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर इस बार बड़ी तैयारी की गई है। उन्हें 56 प्रकार का महाभोग बनेगा। जिसे जन्माष्टमी की रात से लगातार छठी कार्यक्रम तक आम लोगों को दिया जाएगा। उधर राधा कृष्ण मंदिर और खंडेह के प्राचीन मंदिर में भी श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर इस बार खास तैयारियां शुरू कर दी गई है। मंदिरों के महंतों ने बताया कि यहां नगर के आधे इलाकों से लोग मंदिर में आकर जन्मोत्सव धूमधाम से मनाएंगे।