बेतिया, 23 अगस्त (हि.स.)। चंपारण सत्याग्रह के महानायक पंडित राजकुमार शुक्ल की 150 जन्म शताब्दी वर्ष के शुभ अवसर पर मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट सामाजिक संगठन द्वारा शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, अमर शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी गई।
पंडित राजकुमार शुक्ल, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ,अमर शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ने कहा कि आज से लगभग 150 वर्ष पूर्व 23 अगस्त 1875 ई0 को पंडित राजकुमार शुक्ल जन्म हुआ था। उनका सारा जीवन मातृभूमि की स्वाधीनता एवं समाज को सामाजिक कुरीतियों से मुक्ति दिलाने के लिए रहा। 1897 ई0 मे महारानी जानकी कुंवर को अपदस्थ कर अंग्रेजों ने बेतिया राज को कोर्ट ऑफ वाडर्स के अंतर्गत कर दिया। चंपारण का यह भूभाग को कोर्ट ऑफ़ वार्ड्स के अंतर्गत आने पर अंग्रेजों के अत्याचार एवं यातना में बढ़ोतरी हो गई।
अंग्रेजों ने चंपारण के लोगों पर 42 तरह के असंवैधानिक कर लगाए थे, साथ ही साथ जबरन नील की खेती कराई जाती थी, जिससे किसानों का खेत बंजर हो जाता है एवं कई सालों तक उस पर फसल नहीं उगते थे। पंडित राजकुमार शुक्ल ,पीर मोहम्मद मुनीश एवं शेख गुलाब के नेतृत्व में नील की खेती के अभिशाप एवं चंपारण में अंग्रेजों के अत्याचार के विरुद्ध किसानों एवं मजदूरों को लामबंद होने का अवसर मिला। शेख गुलाब ,पंडित राजकुमार शुक्ल एवं पीर मोहम्मद मुनीश के प्रयासों ने महात्मा गांधी को चंपारण की धरती पर आने पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन व मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा वूक्षारोपण किया गया।