दुनिया का सबसे अमीर शहर: दुनिया भर के अलग-अलग शहर अपनी विविधता के लिए जाने जाते हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि कुछ शहर उनमें रहने वाले अमीर लोगों के लिए प्रसिद्ध हैं।
जब दुनिया के अमीर देशों की बात आती है तो यूरोप और अमेरिका के कई देशों का नाम सामने आता है। आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि इस सूची में टॉप 10 में एक भी भारतीय शहर नहीं है।
बता दें कि अमेरिका के न्यूयॉर्क में हर 24वां व्यक्ति करोड़पति है। इसके बाद दूसरे स्थान पर सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र और तीसरे स्थान पर टोक्यो है। इस सूची में कोई भी भारतीय शहर शीर्ष 10 में नहीं है।
अच्छी खबर यह है कि भारत के बेंगलुरु में करोड़पतियों की संख्या पिछले 10 सालों में दोगुनी हो गई है। प्रति व्यक्ति आय के मामले में मोनाको दुनिया में पहले स्थान पर है, इसकी 40 प्रतिशत आबादी करोड़पति है।
हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा जारी सबसे अमीर शहरों की सूची के अनुसार, न्यूयॉर्क में लगभग 3,49,500 करोड़पति हैं। पिछले 10 वर्षों में यह संख्या लगभग 48 प्रतिशत बढ़ी है।
न्यूयॉर्क की कुल आबादी लगभग 82 मिलियन है और वहां रहने वाला हर 24वां व्यक्ति करोड़पति है। रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूयॉर्क 60 सुपर रिच लोगों का भी घर है। इसके अलावा 744 लोगों के पास 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा की संपत्ति है.
हेनले एंड पार्टनर्स में इस सूची में ऐसे लोग शामिल हैं जिनके पास निवेश करने के लिए कम से कम $1 मिलियन है। सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र 3,05,700 करोड़पतियों का घर है।
सूची में तीसरे स्थान पर मौजूद टोक्यो में 2,98,300 करोड़पति हैं। हालाँकि, एक दशक में शहर में करोड़पतियों की संख्या में 5 प्रतिशत की गिरावट आई है। सूची में चौथे स्थान पर मौजूद सिंगापुर में 2,44,800 करोड़पति हैं। यहां साल 2023 में 3400 करोड़पति बढ़ गए हैं.
जहां तक भारत की बात है तो बेंगलुरु में करोड़पतियों की संख्या में भारी उछाल देखा गया है। एक दशक में यहां निवेश करने में सक्षम अमीर लोगों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है।
दूसरी ओर, लंदन में करोड़पतियों की संख्या एक दशक में 10 प्रतिशत कम हो गई है। इसके अलावा हांगकांग में भी यह आंकड़ा 4 फीसदी कम हुआ है. चीन के शेनझेन में करोड़पतियों की संख्या 140 फीसदी बढ़ गई है. वियतनाम के हो ची मिन्ह सिटी और अमेरिका के स्कॉट्सडेल में भी करोड़पतियों की संख्या दोगुनी हो गई है.