ब्लूटंग वायरस: जब कोरोना वायरस फैला तो पूरी दुनिया इसके सामने बेबस थी। इसके बाद से लोग किसी भी तरह के वायरस से डरने लगे हैं. बालुटोंग वायरस भी एक ऐसा ही वायरस है जिसने लोगों को डरा दिया है. फिलहाल इस वायरस का नया वैरिएंट जर्मनी समेत पूरे यूरोप में तेजी से फैल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, अगर कोई जीव इस वायरस की चपेट में आ जाए तो उसका इलाज करना बहुत मुश्किल है।
छोटे-छोटे कीड़ों द्वारा फैलता है
यह खतरनाक वायरस मिज नामक छोटे कीड़े से फैलता है। आमतौर पर यह कीट पानी या कीचड़ में पाया जाता है। लेकिन अब यह कीट पूरे यूरोप में फैल रहा है. खासकर यूरोप के ग्रामीण इलाके तेजी से इस खतरनाक वायरस का शिकार बन रहे हैं।
क्या यह वायरस इंसानों को भी प्रभावित करता है?
ब्लूटंग वायरस के अब तक सभी मामले भेड़, बकरी, हिरण और गाय जैसे जानवरों में ही पाए गए हैं। यह वायरस इंसानों पर असर नहीं करता है. लेकिन जिन किसानों के पास बहुत सारे पालतू जानवर हैं उन्हें इस वायरस से सावधान रहने की जरूरत है। डॉक्टरों की सलाह है कि अगर आपके किसी भी जानवर में इस वायरस के लक्षण दिखें तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।
ब्लूटंग वायरस के लक्षण क्या हैं?
यदि आपका कोई पालतू जानवर ब्लूटंग वायरस से संक्रमित है, तो उसके शरीर में कुछ लक्षण दिखाई देंगे। इन लक्षणों को देखकर आप समझ सकते हैं कि आपका पालतू जानवर ब्लूटंग वायरस का शिकार हो गया है। पहला लक्षण बुखार और सुस्ती है। इसके अलावा यदि आपका पशु दूध दे रहा है तो उसकी दूध आपूर्ति में अचानक कमी आ जाएगी। कुछ जानवरों में भूख न लगना, सांस लेने में कठिनाई, त्वचा का लाल रंग और गर्भपात जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं।