काठमांडू, 19 अगस्त (हि.स.)। नेपाल में नई सरकार के गठन के बाद विदेश मंत्री बनी डा आरजू राणा की अपने पहले विदेश दौरे पर इस समय दिल्ली में हैं, जहां हैदराबाद हाउस में उनकी मुलाकात भारत के विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर से हुई है। भारत की औपचारिक यात्रा पर गई नेपाल की विदेश मंत्री का स्वागत करते हुए डा जयशंकर ने प्रसन्नता व्यक्त की।
इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के आपसी हित, द्विपक्षीय मुद्दे, नेपाल में भारत के सहयोग से चल रही परियोजनाओं की प्रगति का विवरण, हाइड्रोपावर एवं विद्युत व्यापार, कनेक्टिविटी जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की जानकारी दी गई है। भारत की नेवरहुड फर्स्ट पॉलिसी के तहत नेपाल की विदेश मंत्री का पहला दौरा कराने की बात भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में उल्लेखित किया गया है।
हैदराबाद हाउस में भारत के विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर से मुलाकात के बाद नेपाल की विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा ने कहा कि इस बैठक में दोनों देशों के हितों, आपसी सहयोग और संबंधों में सुधार पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि द्विपक्षीय हितों, नेपाल-भारत संबंधों के विभिन्न पहलुओं के साथ-साथ आपसी सहायता के आदान-प्रदान पर चर्चा की गई। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस यात्रा से सदियों पुराना नेपाल-भारत रिश्ता और मजबूत होगा।
भारत के विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर ने इस बैठक के बारे में अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है, “नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देऊबा का उनकी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा पर स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। ऊर्जा, व्यापार, कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के विकास सहित बहुआयामी सहयोग पर चर्चा हुई । विदेश मंत्री ने एक्स पर लिखा कि ‘यह जानकर खुशी हुई कि नेपाल भारत को लगभग 1000 मेगावाट बिजली का निर्यात करेगा, जो एक नया मील का पत्थर है। हमारी नेबरहुड फर्स्ट नीति और अद्वितीय लोगों-से-लोगों और सांस्कृतिक संबंध हमारे संबंधों को आगे बढ़ाते हैं।”
इस बैठक में भारत की ओर से विदेश मंत्री के अलावा विदेश सचिव विक्रम मिश्री, नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव, विदेश मंत्रालय में नॉर्थ डेस्क के संयुक्त सचिव अनुराग श्रीवास्तव और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इसी तरह नेपाल की ओर से कार्यवाहक राजदूत थापा, विदेश मंत्रालय के दक्षिण एशिया प्रभाग के मुख्य संयुक्त सचिव भृगु ढुंगाना, दिल्ली में दूतावास के पॉलिटिकल काउंसलर द्रुपद सपकोटा उपस्थित रहे।