अररिया 17 अगस्त(हि.स.)। अररिया में भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ी दो महत्वपूर्ण पुल की खबर लगातार सुर्खियों में रही।पुल बनने के बाद अप्रोच पथ निर्माण नहीं होने और क्षतिग्रस्त पुल से आवागमन होने के मामले को जिला प्रशासन और ग्रामीण कार्य विभाग ने गंभीरता से लिया है। वर्षों से भ्रष्टाचार के भेंट चढ़े पुल के अप्रोच पथ का निर्माण का रास्ता खुल गया। अररिया के जोकीहाट के मजगामा में 3 करोड़ 43 लाख की लागत से बने पुल का अप्रोच पथ आठ वर्ष में भी नहीं बन पाने के मामले में ग्रामीण कार्य विभाग ने सभी अड़चन को दूर कर लिया है।
ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता इंजीनियर धनिक लाल मंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि अप्रोच पथ निजी जमीन के विवाद को लेकर नहीं बन पा रहा था,जिसे विभाग द्वारा सारे अड़चनों को दूर कर अधिग्रहण कर लिया गया है।बरसात के बाद अप्रोच पथ का निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा।वहीं जोकीहाट के खता घाट पर परमान नदी पर बने पुल के मामले में कार्यपालक अभियंता ने बताया कि पुल का निर्माण कार्य 2016 में हुआ था लेकिन 2017 में आई प्रलयंकारी बाढ़ के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गया था।
पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद तकनीकी टीम ने पुल की जांच की थी और वाहनों के आवागमन के लिए उचित नहीं माना था।जिस पर विभाग ने तत्काल चार पहिया और अन्य बड़े वाहन के परिचालन पर रोक को लेकर पुल के दोनों साइड में दीवाल का निर्माण भी किया गया था लेकिन अवांछित तत्त्वों के द्वारा हर बार पुल को ध्वस्त कर गाड़ियों का अवैध तरीके से परिचालन कराया जाता है,जिसको लेकर इस बार विभाग ने आरसीसी दीवाल का निर्माण कराने का निर्णय लिया है।2016 में 4 करोड़ की लागत से यह पुल बना था और 2017 में ही क्षतिग्रस्त हो गया था।