लखनऊ, 14 अगस्त (हि.स.)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में बहुमत से पीछे और उत्तर प्रदेश में भी अपनी कई प्रमुख सीटें गंवाने से भाजपा नेतृत्व में बौखलाहट है। आसन्न विधानसभा उपचुनावों में भी अपनी हार देखकर भाजपा डरी हुई है इसीलिए वह छल-बल और सत्ताबल का दुरुपयोग करने से बाज नहीं आ रही है।
अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा उपचुनाव जीतने के लिए हर संभव कोशिश करने में लगी है। उत्तर प्रदेश सरकार शासन-प्रशासन के अधिकारियों को हटाने और अपने मनमाफिक अधिकारियों की नियुक्ति करके सोचती है कि उसकी नैया पार हो जाएगी। जब उपचुनाव में भाजपा को हराने के लिए जनता मैदान में उतर चुकी है तो भाजपा कुछ अधिकारियों को हटाने का कितना भी शासकीय और प्रशासकीय सत्ता का दुरुपयोग कर ले, कोई उनको पराजय से रोक नहीं सकता है। देखना यह भी है कि इनकी जगह जो अधिकारी आएंगे उनकी निष्पक्षता पर आखिर मोहर कौन लगाएगा?
सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी खोई हुई साख बचाने के लिए उपचुनावों से पूर्व जाति-धर्म के आधार पर पोस्टिंग करने लगे हैं। यह चुनाव की पारदर्शिता एवं निष्पक्षता को प्रदूषित करने की कोशिश है। एक बात तो अब तय है कि भाजपा को उपचुनावों में अपनी 10 की 10 सीटों पर हार के अपमान से कोई नहीं बचा सकता। भाजपा की जनविरोधी नीतियों के चलते जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। महंगाई, बेरोजगारी, अन्याय, अत्याचार और पुलिस भर्ती, नीट पेपर लीक, महिला सुरक्षा, संविधान और आरक्षण की रक्षा, नजूल भूमि जैसे मुद्दों का सामना करने में भाजपा कतई सक्षम नहीं है।अखिलेश यादव ने कहा कि उपचुनावों के बाद 2027 के विधानसभा चुनाव में भी उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा का सफाया करने को तत्पर है।