प्रयागराज, 12 अगस्त (हि.स.)। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी), इलाहाबाद ने 26वें स्थापना दिवस को बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। मुख्य अतिथि और जाने-माने विद्वान मुकुल कान्तिकार ने भगवद् गीता पर विचारोत्तेजक भाषण दिया। कहा कि भगवद् गीता, भगवान कृष्ण और योद्धा अर्जुन के बीच कुरुक्षेत्र के युद्ध मैदान में हुआ सम्वाद है।
सोमवार को झलवा परिसर में आयोजित समारोह में उन्होंने गीता की शिक्षाओं पर चर्चा की और मनुष्यों के दैनिक जीवन के लिए इसके गहन आध्यात्मिक ज्ञान और व्यावहारिक मार्गदर्शन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि गीता केवल नैतिक शिक्षा या धार्मिक सिद्धांत ही नहीं देती, बल्कि अस्तित्व और मानव चेतना की प्रकृति के बारे में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। कृष्ण और अर्जुन के बीच सम्वादों की एक श्रृंखला के माध्यम से, गीता जीवन, मृत्यु, कर्तव्य और धार्मिकता के मूलभूत प्रश्नों की पड़ताल करती है।
उन्होंने कहा कि युद्ध के मैदान में अर्जुन की आंतरिक दुविधा एक योद्धा के रूप में उसके कर्तव्य और उसके परिवार तथा प्रियजनों के प्रति उसके व्यक्तिगत लगाव के बीच संघर्ष को दर्शाती है। गीता की शिक्षाओं का अन्वेषण कर, हम अपने स्वभाव और जीवन के उद्देश्य की गहरी समझ प्राप्त कर सकते हैं। कानितकर के शब्द श्रोताओं के साथ गूंज उठे। उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने और निःस्वार्थ, धार्मिकता और भक्ति के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।
कार्यवाहक निदेशक प्रो. ओपी व्यास ने कहा कि यह वार्षिक कार्यक्रम न केवल प्रतिष्ठित संस्थान की स्थापना का स्मरण कराता है, बल्कि सूचना प्रौद्योगिकी और शिक्षा के क्षेत्र में इसकी उपलब्धियों, प्रगति और योगदान को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच के रूप में भी कार्य करता है। स्थापना दिवस समारोह छात्रों, शिक्षकों, पूर्व छात्रों और मेहमानों को आईआईआईटी ए की यात्रा पर विचार करने और इसके भविष्य के प्रयासों के लिए एक मार्ग तैयार करने के लिए एक साथ लाता है।
संस्थान के पीआरओ डॉ. पंकज मिश्र ने बताया कि कार्यवाहक कुलसचिव डॉ.सतीश सिंह ने मुख्य अतिथि को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर एसोसिएट डीन सुरक्षा डॉ.आशुतोष सिंह ने छात्रों और अन्य लोगों को सैकड़ों भगवत गीता पुस्तकों का वितरण कराया। आज से संस्थान परिसर में चार दिवसीय वृक्षारोपण अभियान भी शुरू हुआ। इन चार दिनों में ट्रिपल आईटी समुदाय द्वारा सैकड़ों पौधे लगाए जाएंगे। शाम को मुख्य सभागार में छात्रों ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसमें आईआईआईटीए के छात्र, शिक्षक और कर्मचारी शामिल हुए।