कानपुर, 10 अगस्त (हि.स.)। देश में बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए सीएसजेएमयू ने आईआईटी कानपुर के सहयोग से साइबर सिक्योरिटी प्रोगाम लांच किया है। इस प्रोगाम के पहले फेज में डेढ़ लाख से अधिक छात्र लाभान्वित होंगे। यह कोर्स हिंदी भाषा में तैयार किया गया है। आईआईटी कानपुर की तरफ से पहली बार इस तरह का पाठ्यक्रम किसी भी विश्वविद्यालय में साथ मिलकर शुरू किया गया है।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) कानपुर व सी3आई हब आईआईटी कानपुर एवं छत्रपति शाहूजी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन ने साथ मिलकर स्टूडेंट्स के लिए साइबर सिक्योरिटी प्रोगाम लॉन्च किया है। शनिवार को रानी लक्ष्मीबाई प्रेक्षागार छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर में आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल एवं छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने पहले फेज में इसकी शुरुआत की। इस व्यवसायपरक मॉड्यूल के माध्यम से देश में क्रियाशील सभी संस्थाओं में आर्थिक उन्नति का एक ऐसा माहौल सृजित किया जा सकेगा जो सुरक्षित भी हो, सजग हो, समावेशी हो और देश को प्रगति पथ पर पर आगे बढ़ाने में सहायक हो।
उल्लेखनीय है कि सी3आईहब आईआईटी कानपुर संपूर्ण राष्ट्र को साइबर सुरक्षित बनाने एवं स्वयं अपनी एवं समाज तथा राष्ट्र की आर्थिक समृद्धि को सुरक्षित रखने के लिए स्थापित एक अग्रणी शोध, शिक्षण एवं समन्वय संस्थान है। साइबर सुरक्षा के प्रारंभिक तकनीकी एवं व्यावहारिक ज्ञान की शिक्षा द्वारा वृहत स्तर पर विद्यार्थियों को साइबर प्रोफेशनल्स के रुप में तैयार किया जाएगा। इसके माध्यम से देश की प्रगति के लिए ऐसे सिपाही तैयार होंगे जो डिजिटलाइज़ेशन कार्यक्रम को सुरक्षित तरीके से लागू कर देश को समृद्ध बनाएंगे।
आईआईटी के निदेशक प्रोफेसर मनींद्र अग्रवाल ने समग्र समाज को साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे, समाज को हो रही हानि एवं निजता के हनन के विषय में भी अवगत कराया। बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को एक साथ पढ़ने के लिए प्रेरित किया। सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि हिंदी भाषा में कोर्स का पूरा पाठ्यक्रम तैयार करने की यह अनूठी पहल है।