हमीरपुर, 08 अगस्त (हि.स.)। जिले में मनरेगा में सरकारी फंड की लूटपाट के मामलें लगातार बढ़ रहे है। मनरेगा में बड़े घोटाले को लेकर अब डीएम के आदेश पर डीपीआरओ ने गुरुवार को सचिव, रोजगार सेवक और महिला सरपंच समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की है।
हमीरपुर जिले के मौदहा ब्लाक क्षेत्र के गढ़ा गांव के पूर्व सरपंच रामसजीवन निषाद ने मौजूदा सरपंच सोनम सिंह के खिलाफ अर्से पहले शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि मनरेगा योजना के कार्यों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। गांव की सरपंच सोनम सिंह ने भी रोजगार सेवक एवं तत्कालीन पंचायत सचिव के खिलाफ मनरेगा योजना में सरकारी धन के गबन करने के आरोप लगाए थे। इन दोनों की शिकायतों को लेकर डीएम ने जांच के आदेश किए थे। पूरे मामले की जांच के लिए जिला समाज कल्याण अधिकारी के नेृत्व में चार सदस्यीय टीम गठित की गई थी।
जांच टीम ने पूर्व प्रधान और मौजूदा सरपंच की शिकायतों की गहराई से जांच की थी। जांच टीम ने डीएम को पूरी रिपोर्ट भी भेजी थी जिसमें दस लाख बयासी हजार नब्बे रुपये की धनराशि के दुरुपयोग होना बताया गया। जांच में गढ़ा गांव के तत्कालीन सचिव अजय शंकर पासी को पांच लाख चौतीस हजार एक सौ दो रुपये, पंचायत रोजगार सेवक लक्ष्मी देवी को पांच लाख चौतीस हजार एक सौ एक रुपये, पूर्व प्रधान रामसजीवन निषाद को चार हजार दो सौ इकतसी रुपये व मौजूदा सरपंच सोनम सिंह को नौ हजार छह सौ छप्पन रुपये की धनराशि के दुरुपयोग का दोषी पाया गया। इस मामले में कार्रवाई की हरी झंडी मिलने से आरोपियों में हड़कंप मच गया है।
सचिव और महिला सरपंच समेत चार लोगों से होगी रिकबरी
मनरेगा योजना में सरकारी धनराशि को ठिकाने लगाए जाने के मामले की जांच के बाद अब पंचायत सचिव अजय शंकर पासी, महिला, सरपंच सोनम सिंह, रोजगार सेवक लक्ष्मी देवी व पूर्व प्रधान रामसजीवन निषाद के खिलाफ कार्रवाई करने के डीएम ने आदेश किए है। इन चारों आरोपियों से दस लाख चौतीस हजार से अधिक रुपे की रिकबरी कराकर जमा कराए जाने की तैयारी डिपार्टमेंट ने शुरू कर दी है। साथ ही पंचायत सचिव व रोजगार सेवक के खिलाफ डीएम ने मौदहा के बीडीओ को एफआईआर दर्ज कराने के आदेश भी दिए है। इसके अलावा डीएम ने सचिव के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी मिर्जापुर को भी लेटर भेजा है। डीपीआरओ जितेन्द्र मिश्रा ने गुरुवार को बताया कि जांच के बाद कार्रवाई कराई जा रही है।