श्रीलंका में मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया है. मई से शुरू हुई विनाशकारी बारिश अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है. अब तक एक लाख 34 हजार प्रभावित हो चुके हैं. अब एक बार फिर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के कई इलाकों में भारी तबाही देखने को मिली है. लोगों के घरों और दुकानों की छतों तक पानी पहुंच गया है. इसलिए श्रीलंका के कोलांकाबो में सोमवार को उपनगरों के सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहे.
द्वीपीय देश श्रीलंका के अधिकांश हिस्से में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। इस हफ्ते देश के कई हिस्सों में भारी बारिश ने कहर बरपाया है, जिससे घरों, खेतों और सड़कों पर पानी भर गया है. देश के आपदा प्रबंधन केंद्र के मुताबिक तीन लोग डूब गये हैं. केंद्र ने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ ने 240 घरों को नष्ट कर दिया है और लगभग सात हजार लोग विस्थापित हुए हैं। अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर कुछ इलाकों में बिजली कटौती लागू कर दी है.
पिछले पांच माह से बाढ़ के कारण स्थिति काफी खराब हो गयी है
बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए नौसेना और सेना के जवानों को तैनात किया गया है, जो उन्हें भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं से भी मदद कर रहे हैं। श्रीलंका मई से ही गंभीर मौसम की स्थिति का सामना कर रहा है, जिसका मुख्य कारण भारी मानसूनी बारिश है। जून में बाढ़ और भूस्खलन से 16 लोगों की मौत हो गई और एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए.
सड़कों पर पानी भर गया है और श्रीलंकावासी पिछले पांच महीने से इस स्थिति का सामना कर रहे हैं. साल 2021 में श्रीलंका में भारी बारिश के कारण ऐसी ही आपदा आई थी. तब कई लोगों के घरों में पानी भर गया था. पांच हजार लोग विस्थापित हुए. तब भी बाढ़ से काफी तबाही हुई थी.