पिछले दस दिनों में आयकर विभाग ने एडुटेक बैजूस के पूर्व कर्मचारियों को स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) के बकाए के लिए नोटिस भेजा है।
आईटी विभाग की इस कार्रवाई से बैजस के कर्मचारी शर्मिंदा हैं और उन्होंने कंपनी से अपनी वित्तीय जिम्मेदारी के बारे में स्पष्टीकरण की मांग की है। जिसे लेकर एडुटेक ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया है कि वह जल्द से जल्द ये भुगतान कर देंगे. बैजूज़ के कर्मचारियों ने ई-मेल, कूरियर या दोनों के माध्यम से नोटिस प्राप्त होने की पुष्टि की है। कंपनी के करीब छह हजार मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों को नोटिस भेजा गया है. आईटी नोटिस के बाद बैजस के कई कर्मचारी स्पष्टीकरण के लिए कंपनी मुख्यालय पहुंचे। कर्मचारी इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि ये नोटिस किस बारे में हैं और इन नोटिसों को लेकर उनकी क्या जिम्मेदारियां हैं।
गौरतलब है कि कर्मचारियों से टैक्स और भविष्य निधि की कटौती न करना भारतीय कानून के तहत गंभीर अपराध माना जाता है। इस कानूनी प्रावधान के उल्लंघन पर कर अधिकारी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। साथ ही टीडीएस के मामले में भी कर्मचारियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है. पिछले दिनों बंद किंगफिशर के कर्मचारियों पर दोहरी मार पड़ी थी. क्योंकि, उन्हें सैलरी भी नहीं दी गई और उन्हें टैक्स विभाग की कार्रवाई का सामना करना पड़ा.