बरेली, 18 नवम्बर (हि.स.) । महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली में 19 नवम्बर 2024 को “शिक्षा और शोध में जनरेटिव ए.आई.” विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला और प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन यूनेस्को द्वारा अनुदानित किया गया है और इसमें प्रमुख सहयोगी संस्थाएं वैली स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएस और फार वेस्टर्न यूनिवर्सिटी, नेपाल हैं।
कार्यशाला की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के.पी. सिंह करेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे प्रो. अजीत सिंह नैन, शोध निदेशक, गोबिंद वल्लभ पन्त कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय, पंतनगर। इस दौरान प्रो. आर. एस. मिश्रा, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, विशिष्ट वक्ता के रूप में अपने विचार प्रस्तुत करेंगे, जबकि प्रो. नेहा शिवहरे, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा और प्रो. योग्य राज पाठक, कुलसचिव, फार वेस्टर्न यूनिवर्सिटी, नेपाल, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
कार्यशाला के तकनीकी सत्रों का संचालन प्रो. एंटिनिता राफेल, स्पेन, प्रो. नेली ड्यूच और डॉ. कनक शर्मा द्वारा किया जाएगा।
कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. क्षमा पाण्डेय ने बताया कि इस कार्यशाला में प्रशिक्षणार्थियों की जनरेटिव ए.आई. से संबंधित वर्तमान कुशलताओं और दक्षताओं का आकलन किया जाएगा। इसके बाद, चार अन्य कार्यशालाओं में उन्हें ए.आई. के अनुप्रयोगों के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा, और अंतिम कार्यशाला में उनके कौशल का पुनः आकलन किया जाएगा।
कार्यक्रम सचिव डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला में 750 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जिनमें अल्जीरिया, बांग्लादेश, नेपाल सहित भारत के विभिन्न राज्यों जैसे बिहार, केरल, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रतिभागी भी शामिल हैं।
इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षा और शोध के क्षेत्र में जनरेटिव ए.आई. के अनुप्रयोगों को बढ़ावा देना और इसे विभिन्न अकादमिक संस्थानों में प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना है।