देवरिया, 20 सितंबर (हि.स.) । 3500 रुपये में केसीसी बनवाने के नाम पर शुक्रवार को घूस ले रहे संविदा कर्मी और बैंक के शाखा प्रबंधक को सीबीआई की पांच सदस्यीय एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया है । टीम के सदस्यों ने शाखा को बंद कर करीब आठ घंटे तक अंदर प्रबंधक और संविदा कर्मी से पूछताछ की। इसके अलावा सीबीआई ने बैंक का रिकॉर्ड व सीसीटीवी कैमरा भी खंगाला। रात करीब 9 बजे सीबीआई टीम मैनेजर और संविदाकर्मी को लेकर लखनऊ रवाना हो गई।
बरियारपुर थाना क्षेत्र के लगड़ा गांव के रहने वाले मनीष गुप्ता पुत्र रामभरोसा गुप्ता अपनी खेती की भूमि पर केसीसी बनवाने के लिए परेशान थे। इसके लिए कई बार प्रबंधक से बात कर चुके थे। बैंक के कर्मचारी उन्हें बार-बार शाखा पर बुलाकर परेशान कर रहे थे। कई महिनों तक दौड़ने के बाद भी बैंक के कर्मचारियों और प्रबंधक ने केसीसी नहीं बनवाया। पिछले दिनों बैंक के शाखा प्रबंधक ने केसीसी बनवाने के लिए साढ़े तीन हजार रुपये की मांग की। इस पर मनीष गुप्ता ने इसके बारे में लखनऊ स्थित सीबीआई की एंटी करप्शन टीम से सम्पर्क कर शिकायत की। सीबीआई टीम के सदस्य शुक्रवार को डीएसपी अमित राठी के नेतृत्व में घुसवा चौराहे पर पहुंचे और मनीष गुप्ता से सम्पर्क कर रुपये बैंक के प्रबंधक को देने की बात कही। उनके बताए अनुसार मनीष शाखा में गया और प्रबंधक को 35 सौ रुपये देने की बात कही।
जानकारी के अनुसार इस पर शाखा प्रबंधक प्रिंस जायसवाल ने बैंक में चतुर्थ श्रेणी के पद पर संविदाकर्मी के रूप में तैनात अनूप कुमार को रुपये देने के लिए कहा। जैसे ही मनीष गुप्ता ने संविदा कर्मी अनूप को रुपये दिए सीबीआई की पांच सदस्यीय टीम ने उसे दबोच लिया। सीबीआई टीम की पूछताछ में संविदा कर्मी ने बताया कि शाखा प्रबंधक ने उसे पैसे रखने के लिए कहा था। इसके बाद सीबीआई ने शाखा प्रबंधक और संविदाकर्मी को हिरासत में ले लिया। सीबीआई ने बैंक में मौजूद खाताधारकों व अन्य लोगों को बाहर कर बैंक अंदर से बंद कर लिया। इसके बाद टीम ने करीब आठ घंटे तक दोनों से पूछताछ की। सीबीआई ने बैंक के रिकार्ड को खंगाला। टीम के सदस्यों ने शाखा में लगे सीसी टीवी कैमरे और केसीसी के अन्य रिकॉर्ड की भी जांच की। इसके बाद रात करीब नौ बजे सीबीआई बैंक मैनेजर और संविदाकर्मी को लेकर लखनऊ रवाना हो गई। टीम का नेतृत्व कर रहे डीएसपी अमित राठी ने बताया कि दोनों के खिलाफ सीबीआई की लखनऊ कोर्ट में केस दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।