वाराणसी, 02 सितम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, काशी प्रांत के प्रान्त प्रचारक रमेश कुमार ने कहा कि एक दायित्ववान और संवेदनशील नागरिक ही सर्वोच्च राष्ट्र के प्रति चिंतन करता है। राष्ट्र में यदि बदलाव लाना है तो सभी नागरिकों के सकारात्मक प्रयासों से ही यह कार्य संभव हो सकता है। जिस समाज जिस देश में हमको रहना है उसे हमें ही सुंदर बनाकर रखना होगा। प्रांत प्रचारक रमेश कुमार सोमवार को संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। पंच संकल्प समिति, काशी दक्षिण भाग की ओर से बीएचयू परिसर स्थित सामाजिक विज्ञान संकाय के समता भवन में आयोजित गोष्ठी में प्रांत प्रचारक ने नागरिक कर्तव्य बोध को जगाया। उन्होंने कहा कि सभ्य राष्ट्र के नागरिकों के लिए नियम कानून का पालन आवश्यक है।
उदाहरण स्वरूप यातायात के नियमों का पालन करना, वाहन को सही स्थिति में पार्किंग में खड़ा करना, अपने बाएं ओर से चलना, शुद्ध जल वायु इत्यादि के लिए पर्यावरण का संरक्षण करना होगा। उन्होंने नागरिक कर्तव्य में सेवा कार्यों के उल्लेख करते हुए कोरोना काल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सेवा कार्यों का उल्लेख किया। संगोष्ठी में भारत अध्ययन केंद्र के समन्वयक प्रो. सदाशिव द्विवेदी ने कहा कि भारत में उत्पन्न सभी विषयों का एकमात्र उद्देश्य था लोक का नियमन। यदि कर्तव्य बोध से कोई हटता है तो उसकी रक्षा के लिए समय-समय पर शास्त्र की रचना की गई। आम जन मानस को उसके कर्तव्य बोध पर चलाने के लिए पुराण की रचना की गयी। भारत के ऋषि परंपरा ने सर्वस्व का त्याग करके अत्यंत कर्त्तव्यशील होते हुए समाज हित में कार्य करने की शिक्षा दी है। गोष्ठी में निवेदिता शिक्षा सदन इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉक्टर आनंद प्रभा सिंह ने भी विचार रखा। संचालन सुनील कुमार द्विवेदी एवं धन्यवाद ज्ञापन कृष्णमोहन ने किया। गोष्ठी में काशी दक्षिण भाग के भाग संघचालक अरुण, काशी प्रांत के सह प्रांत कार्यवाह डॉ राकेश, काशी विभाग के विभाग प्रचारक नितिन आदि ने भी भागीदारी की।