कानपुर, 12 सितम्बर (हि.स.)। रंगदारी के मामले में फरार चल रहे कथित पत्रकार अभिषेक शर्मा उर्फ युवा पर पुलिस का दबाव बढ़ता ही जा रहा था। पुलिस टीम उसकी तलाश के लिए उसके घर, नजदीकियों समेत अन्य ठिकानों पर बराबर छापेमारी कर रही थी। पुलिस का दबाव बढ़ता देख उसने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया और पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
बर्रा—2 निवासी अभिषेक शर्मा उर्फ युवा अपने को पत्रकार बताता था और इलाके में रौब गांठता था। पत्रकारों से लेकर नेताओं के बीच वह अक्सर चर्चा में रहता था। अभिषेक के खिलाफ बर्रा थाना में रंगदारी के दो और हनुमंत विहार थाने में एक एससी/एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज हो गया। इसके अलावा उस पर हनुमंत विहार थाना क्षेत्र में एक जमीन पर बोर्ड लगाकर कब्जा करने का भी आरोप लगा। तीन मुकदमे दर्ज होने के बाद से अभिषेक अंडर ग्राउंड और फरार हो गया। इस पर पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके घर के अलावा, नजदीकियों के यहां लगातार छापेमारी कर रही थी। इस पर वह शहर छोड़कर कभी उसकी लोकेशन दिल्ली में मिलती थी तो कभी झांसी या वाराणसी। पुलिस लोकेशन के आधार पर बराबर उसका पीछा कर रही थी और पुलिस की सक्रियता को देखते हुए अभिषेक ने बर्रा के रंगदारी केस में गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इसके बाद अभिषेक को पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। बर्रा थाना प्रभारी टीबी सिंह ने अभिषेक के सरेंडर करने की पुष्टि की है। पुलिस जल्द ही तीनों केस में चार्जशीट दाखिल करेगी।