पूर्वी चंपारण,04 नवंबर(हि.स.)। पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर बीते अक्टूबर माह में जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में चलाये गये विशेष अभियान में पुलिस ने शानदार उपलब्धि हासिल किया है।
जाहिर है कि पुलिस ने महज तीस दिनो के अंदर कुल 2206 अपराधियो को गिरफ्तार किया है। जिसमें 1755 अपराधियो को जेल भेजा गया है। जिसमें हत्याकांड के 24, हत्या के प्रयास में 66, दहेज हत्या के 09, लूट व डकैती कांड 21, बलात्कार के 02, अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार कांड के 26, पुलिस पर हमला मामले के 03, एनडीपीएस के 31, चोरी कांड के 56, आम्र्स एक्ट के 50 आरोपी शामिल है। इसके अतिरिक्त बात की जाये तो जिला पुलिस द्वारा शराब के विरूद्ध चलाये अभियान में बीते एक माह में 454 शराब सप्लायर व शराब सेवन करने वाले 648 लोग पकड़े गये है। वही 15349.22 लीटर देशी व 2977.753 लीटर विदेशी शराब के साथ ही 4203.9 लीटर अवैध स्प्रिट की भी बरामदगी की गई है।
जिला पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने इसके अतिरिक्त 583 ट्रायल वारंटी को भी गिरफ्तार किया है। बताया गया है, कि पुलिस के सघन अभियान व दबिश के कारण 06 इनामी बदमाशो ने भी कोर्ट में सरेंडर किया है। इससे इतर यातायात नियमो की बात की जाये, तो सड़को पर पुलिस के सख्ती के दौरान नियमो के उल्लंघन करने वालो से बीते एक माह में कुल 1.10 करोड़ की शमन राशि वसूल की गयी है। जिसमें बिना हेलमेट वालो से 61.9 लाख, सीट बेल्ट नही लगाने वालो से 2.59 लाख, बिना इंश्योरेंस वाहनो से 6.28 लाख, अवैध पार्किग से 8.42 लाख, नो इंट्री में वाहन चलाने वालो से 1.04 लाख, ट्रिपल राइडिंग करने वालो से 8.09 लाख, गलत ड्राइविंग व लहेरिया कट वालो से 4.09 लाख व यातायात बाधित करने वालो से 15 हजार जुर्माना वसूली गई है। सबसे दिलचस्प है कि इनदिनों अवस्यको की बाइक सड़क नहीं लाने सड़को पर चलने वाले काफी राहत महसूस कर रहे है। उनके अंदर एक भय धर गया था, कि ये अवस्यक बाइक जितनी तेजी में चला रहे है, अगर संतुलन बिगड़ा तो राह चलने वाले कब इनके शिकार बन जाते कहना मुश्किल बन रहा था। एसपी के प्रयास से शहर में लगने वाले जाम से कमोवेश कमी हुई है। लेकिन इसपर और कार्य करने की जरूरत है।
खासकर मोतिहारी-अरेराज, मीनाबाजार-छतौनी चौक, अस्पताल गेट, स्टेशन रोड पर जाम की स्थिति से निपटना एक बड़ी चुनौती है।वही पुलिस कर्मियो में एक बड़ी कमी कांडो के निष्पादन में देखने को मिलता है। पुलिस के संबंधित अधिकारी कांडो के निष्पादन के प्रति अगर सख्त हो जाये, तो लोगों को न्याय दिलाने की दिशा में एक बेहतर कार्य होता। हालांकि नये पुलिस कप्तान इस मामले में गंभीर है। अनुसंधान के बाद अंतिम प्रतिवेदन की जिम्मेवारी एवं जबाबदेही खुद एसपी की बनती है, ऐसे में जिस तीव्र गति के साथ एसपी श्री प्रभात चौतरफा कार्य करने के लिए जाने जाने लगे है, निश्चित तौर पर आने वाले दिनों में केस पेडिंग की शिकायतो पर विराम लग जायेगा। बहरहाल देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में पुलिस की कार्यशैली में और कितना बदलाव हो रहा है, जानने योग्य होगा कि अबतक की रिकार्ड में पुलिस कप्तान की कप्तानी गोपालगंज में काफी सरहानीय रही है। ऐसे में लोगो में उम्मीदे जगी है और घीरे-घीरे जिला के अमन पसंद लोग भी यह मानने लगे है,कि जिला पुलिसिंग में सुधार हो रहा है।