लखनऊ, 17 अक्टूबर (हि.स.)। मनरेगा श्रमिकों का भुगतान आसानी से और पूरी पारदर्शिता के साथ उनके खातों में हो रहा है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा में धांधली न हो सके, इसके लिए उप मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के जॉब कार्ड को आधार से जोड़ने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में मजदूरों का जॉब कार्ड आधार कार्ड से लिंक किया गया है, जिससे मजदूरी की धनराशि सीधे उनके खाते में पहुंच रही है।
आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग जी एस प्रियदर्शी ने बताया कि आधार लिंक होने से श्रमिक की पहचान संबंधी पूरा विवरण सत्यापित हो जाता है। इसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना खत्म हो जाती है। उन्हाेंने बताया कि इसके लिए उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया था। इसके लिए सभी रोजगार सेवक, ग्राम पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने तैनाती वाले गांवों में श्रमिकों के आधार लेकर लिंक कराने का कार्य पूरा कर लें। जॉब कार्ड आधार से लिंक होने के बाद मजदूरों का भुगतान सीधा उनके खाते में पहुंच रहा है।
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा में श्रमिकों का शोषण न हो सके, उनके भुगतान में पादर्शिता रहे, इस उद्देश्य से सक्रिय सदस्यों के जॉब कार्ड को उनके आधार से लिंक करने का काम किया जा रहा है। जिसका सीधा लाभ श्रमिकों को मिल रहा है। मजदूरी का पैसा आधार बेस्ड पेमेंट सिस्टम से उनके खाते में पहुंच रहा है।
आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग जी एस प्रियदर्शी ने बताया कि श्रमिकों को तकनीकी के बेहतर इस्तेमाल से उन्हें एक पारदर्शी प्रक्रिया से जोड़ने का काम किया जा रहा है। श्रमिकों को उनकी मेहनत-मजदूरी का पैसा सीधे उनके खाते में जा सके, इसलिए उन्हें आधार बेस्ड पेमेंट सिस्टम से जोड़ा गया है। इससे मजदूरों को भुगतान के लिये इधर-उधर भटकना नहीं पड़ता और उनका लाभांश सीधे उनके खाते में पहुंच जाता है।